बेनीवाल लड़ने में विश्वास रखते हैं- मंत्री
भजनलाल सरकार में मंत्री केके बिश्नोई ने हनुमान बेनीवाल पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा है कि हनुमान बेनीवाल को लेकर मैं ज्यादा तो टिप्पणी नहीं करूंगा, लेकिन जनता हम सबको विकास के कार्य करने के लिए विधानसभा में भेजती है, उन्होंने अलग-अलग समय पर बीजेपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है। लेकिन उन्होंने जनता के सपनों को तोड़ने का काम किया है। जनता जीताकर विकास चाहती है, लेकिन वो विकास के काम ना करवाकर केवल लड़ने में विश्वास रखते हैं। उनको ऐसा नहीं करना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि मैं उनको सुझाव देता हूं की उनको ऐसे काम ना करके जनता के लिए काम करना चाहिए। वहीं, खींवसर में हो रहे उपचुनाव पर बोलते हुए कहा कि हम नहीं, इस बार खींवसर की जनता बीजेपी का वनवास खत्म करेगी। बता दें मंत्री केके विश्नोई ने अपने दो दिवसीय दौरे पर बाड़मेर में हैं। जिला मुख्यालय पर दिव्यांग शिविर में उन्होंने मीडिया के सामने ये सब बातें कहीं।
इस दौरान बाड़मेर आदर्श स्टेडियम में दिव्यांगजन उपकरण वितरण शिविर के कृत्रिम अंग एवं उपकरण वितरित किए गए और दिव्यांगजन के लिए वेब पोर्टल लॉन्च किया गया।
खींवसर में त्रिकोणीय मुकाबला
बताते चलें कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने वाली हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी अकेले चुनाव लड़ रही है। हनुमान बेनीवाल के सांसद बनने से खाली हुई खींवसर सीट से उनकी पत्नी कनिका बेनीवाल को उपचुनाव में पार्टी ने टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस से इस सीट पर पूर्व आईपीएस सवाई सिंह चौधरी की पत्नी रतन चौधरी मैदान में हैं। इसके अलावा भाजपा के टिकट पर रेवंत राम डांगा खींवसर से चुनाव लड़ रहे हैं।
इन सीटों पर होंगे उपचुनाव
गौरतलब है कि 13 नवंबर को राजस्थान की 7 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। प्रदेश की रामगढ़ (अलवर), दौसा, झुंझुनूं और देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी और सलूंबर सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। 2023 के विधानसभा चुनाव के परिणामों में इनमें से भाजपा के पास केवल 1 सीट थी, वहीं कांग्रेस के पास 4 सीटें थी। इसके अलावा एक सीट बाप और एक सीट RLP के पास थी।