गौरतलब है कि सदर थाने के हैड कांस्टेबल जालमसिंह को एसीबी की टीम ने सोमवार को होटल संचालक से 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। मंगलवार को एसपी नारायण टोगस ने बताया कि एसीबी मामले की जांच कर रही है, लेकिन प्रथम दृष्टया 80 हजार रुपए की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किए गए गए हैडकांस्टेबल जालम सिंह को निलम्बित किया गया है तथा सदर थानाधिकारी अजय कुमार व रीडर महादेव तांडी को लाइन हाजिर कर दिया है।
एसपी टोगस ने बताया कि हैड कांस्टेबल जालमसिंह ने जिस मामले में रिश्वत ली, उसकी तफ्तीश सीआई अजय कुमार कर रहे थे। एसीबी ने भी मामले को लेकर सीआई व रीडर की भूमिका संदिग्ध मानी है। इसलिए मामला अनुसंधानाधीन होने के कारण थानाधिकारी अजय कुमार और रीडर महादेव तांडी को लाइन हाजिर किया हैै। हालांकि सदर थाने में अब तक दूसरा सीआई नहीं लगाया है। वहीं एसीबी एएसपी कल्पना सोलंकी ने बताया कि हैड कांस्टेबल जालमसिंह को न्यायालय में पेश करने पर उसे जेल भेज दिया तथा सीआई के रीडर को भी मामले में आरोपी बनाया गया है।
नकबजनी के आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार नागौर. कोतवाली थाना पुलिस ने नकबजनी के प्रकरण में एक आरोपी को नशा मुक्ति केन्द्र जोधपुर से किया दस्तयाब कर गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने गत 9 अगस्त को दिनदहाड़े बंद मकान के ताले तोडकऱ नकदी व चांदी की पायल चोरी की थी। पुलिस को चकमा देने के लिए आरोपी जोधपुर के नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती हो गया। पुलिस ने बताया कि हरियाणा के रूखी निवासी आरोपी राकेश चहल के खिलाफ पूर्व में भी चोरी के कई प्रकरण दर्ज हैं।
गौरतलब है कि गत 10 अगस्त को रोल निवासी हाल नागौर के ताऊसर रोड पुराना हाउसिंग बोर्ड में रहने वाले मधुसूदन पुत्र राधाकिशन ब्राह्मण ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि उसके मकान में भारती गौड़ निवास करती है। 9 अगस्त को दोपहर 12 बजे वह सामान लाने बाजार गई थी, मकान में अकेली रहती है, इसलिए उसने ताले लगा दिए। करीब 2 बजे सामान लेकर वापस आई तो घर के सारे ताले टूटे हुए थे। अंदर जाकर देखा तो पलंग में रखी दो महीने की पेंशन राशि व तीन जोड़ी चांदी की पायल गायब हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर तीन दिन में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।