यह वीडियो जिला परिषद सभागार में हुई डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट कोऑर्डिनेशन एंड मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक का बताया जा रहा है, जिसमें नागौर कलक्टर और एसपी भी शामिल हुए थे। दरअसल कृषि मंडी तिराहे से गोगेलाव तिराहे तक पूरी सड़क को तोड़कर फोरलने बनाने का आदेश जारी हुआ था, लेकिन ठेकेदार ने केवल सड़क पर पेचिंग कर दी। इस बात से सांसद बेनीवाल नाराज हो उठे।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मामले की जांच करने के लिए दिल्ली से अधिकारियों की टीम आ रही है। जो सड़क और पुलिया दोनों की जांच करेगी। वहीं इस मामले में सीबीआई की भी एंट्री करवाई जाएगी। बेनीवाल ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जनता के मालिक बनने की कोशिश ना करें।
उन्होंने कहा कि जो अधिकारी और कर्मचारी भ्रष्टाचार करेगा वह रिटायरमेंट के बाद भी जेल जाने से नहीं बचेगा, क्योंकि कागज हमेशा बोलते रहेंगे। बैठक में कई अधिकारी रिपोर्ट लेकर नहीं पहुंचे थे। ऐसे में सांसद बेनीवाल इस बात से भी नाराज हो उठे। उन्होंने कहा कि यह तरीका ठीक नहीं है, आप सरकारी तनख्वाह ले रहो हो और मौज कर रहे हो।
सांसद बेनीवाल पहुंचे सरासनी गांव, धरनार्थियों से मिले
वहीं नागौर सांसद
हनुमान बेनीवाल मंगलवार शाम को सरासनी गांव पहुंचे। यहां चार महीने से सीमेंट कंपनी की नीतियों के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों मिलकर गत दिनों पुलिस की ओर से किसानों पर किए गए लाठीचार्ज की पूरी जानकारी लेकर पुलिस के इस कृत्य की निंदा की। सांसद ने किसानों से कहा कि बैठकर बात का हल निकाला जा सकता था, लेकिन कंपनी ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर किसानों पर लाठीचार्ज करवा दिया।
कंपनी को चेतावनी देते हुए कहा कि किसानों की भूमि अवाप्ति, मुआवजे सहित एक-एक बिंदु पर सकारात्मक हल नहीं निकाला गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी दो दिनों में आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेंगे। जिले में कंपनी की मनमर्जी नहीं चलने दी जाएगी। सांसद ने कई नेताओं पर कंपनियों का मुनीम बनने का आरोप लगाया। रालोपा नेता अनिल बारुपाल ने बताया कि पुलिस ने शांतिपूर्वक धरने पर बैठे किसानों को जबरने उठाने का प्रयास किया महिलाओं व बुजुर्गों पर भी लाठियां बरसाई।