जिले में 330 सीटें रिक्त नागौर जिले में विभाग के 15 छात्रावास संचालित है। इनमें अम्बेडकर व देवनारायण छात्रावास है। बारह छात्रावास विभाग खुद संचालित करता है और तीन अनुदानित हैं। जायल, डेगाना, रियांबडी व खींवसर में एक-एक, मेड़तासिटी में दो व नागौर में छह छात्रावास है। नागौर जिला मुख्यालय में तीन छात्रावास बालिकाओं के लिए संचालित है।
यह है प्रवेश की स्थिति जिले में 15 छात्रावासों की 775सीटों के लिए अबतक 973 आवेदन मिल चुके हैं। इसमें 845 की छटनी कर मेरिट सूची बनाई जा चुकी है। 535ने प्रवेश ले लिया है तथा 330 सीटें रिक्त है। इन छात्रावासों में पूर्व में प्रथम व द्वितीय वर्ष में रहे विद्यार्थियों को वरीयता दी जाती है।
इन्हें मिलता है प्रवेश विभाग ने शिक्षा सत्र 2024-25 के लिए15 मई से ऑनलाइन आवेदन लेना शुरू किया था। प्रवेश के लिए अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, विशेष पिछड़ा वर्ग) के विद्यार्थियों को जो छात्रावास व विद्यालय के पांच किलोमीटर की परिधि में रहते हो उन्हें प्रवेश नहीं दिया जाएगा। परिवार की वार्षिक आए 8 लाख रुपए से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
रैडफ्लेग ने अटकाए 759 छात्रवृत्ति आवेदन इसी तरह विभाग की ओर से अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, विशेष पिछड़ा वर्ग, ईडब्लूएस श्रेणी के विद्यार्थियों को कॉलेज स्तर की शिक्षा के लिए उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति दी जाती है। कुल 2791विभिन्न स्तर पर लम्बित पड़े हैं । इनमें कॉलेज स्तर पर 1791 व विद्यार्थियों के स्तर पर 1009 आवेदन आक्षेप पूर्ति नहीं होने से अटके हुए हैं। दूसरी ओर संदेह के आधार पर पोर्टल ने ७५३ आवेदनों को रेडफ्लैग लगा कर आक्षेप पूर्ति के लिए लम्बित किया हुआ है। इनमें जन आधार, केवाईसी, नाम मिसमेच, खाता नम्बर आदि आक्षेप हैं। विभाग ने रेड फ्लैग श्रेणी के आवेदन पत्र 31जुलाई तक वापस मांगे हैं।
इनका कहना… छात्रावासों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है। तिथि 31 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।आवेदन ऑनलाइन लिए जा रहे है तथा 330सीटें रिक्त रही है। साथ ही छात्रवृत्ति के आवेदन भी लिए जा रहे हैं।
किशनलाल लोल, उप निदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, नागौर