भवानीसिंह और महावीर एक ही बाइक पर बैठे हुए थे। हाइवे पर एक कैम्पर ने महावीर की बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही बाइक सवार दोनों नीचे गिर कर गम्भीर रूप से घायल हो गए। सूचना के बाद एम्बुलेंस 108 मौके पर पहुंची और घायलों को छोटीखाटू सामुदायिक केन्द्र पहुंचाया। यहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने रात दोनों शवों मोर्चरी में रखवाया।
मंगलवार सुबह सूचना मिलने पर दोनों मृतकों के परिवारजन, समाज के लोग व काफी संख्या में छोटीखाटू व बड़ीखाटू कस्बे के लोग चिकित्सालय में एकत्रित हो गए। ग्रामीण वाहन चालक को गिरफ्तार करने व मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग करने लगे। ग्रामीण मांग पूरी नहीं होने तक पोस्टमार्टम नहीं कराने की मांग पर अड़े रहे। मौके पर मौजूद खुनखुना थानाधिकारी मंजु मुलेवा ने लोगों से काफी समझाइश की, लेकिन परिजन शव लेने को राजी नहीं हुए।
मौके पर पहुंचे तहसीलदार मूलचन्द उज्जवल, पूर्व सरपंच कल्याणङ्क्षसह राठौड़, लक्ष्मणसिंह राठौड़ सहित अन्य लोगों ने भी परिजनों व समाज के लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं माने। बाद में खुनखुना व डीडवाना थाना पुलिस ने परिजनों से वार्ता कर जल्दी ही आरोपी की गिरफ्तारी करने का आश्वासन दिया। उसके बाद परिजन शव लेने पर राजी हुए। पुलिस ने देर शाम पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए। इस संंबंध में मृतक भवानी सिंह के पुत्र महेंद्र की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात वाहन चलाक के खिलाफ दुर्घटना कारित करने का मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
धरने पर ये रहे मौजूद
नन्दकिशोर स्वामी जसूनगढ, नारायण प्रजापत नागौर, योगितासिंह , औकारमल प्रजापत तरनाऊ, ओमसिंह तंवर, लालचन्द जांगिड़, ओमवीर, हरीसिंह वकील, मनफूलसिंह विजयसिंह, सायरसिंह राठौड़ सहित रावणा राजपूत समाज व प्रतापत समाज सहित अन्य समाजों के लोग धरना स्थल पर मौजूद रहे। ग्रामीणों ने अधिकारियों कोबताया कि महावीर परिवार में एक मात्र कमाने वाला था। भवानी सिंह के परिवार की आर्थिक स्थिति भी कमजोर है। इसे देखते हुए दोनों के परिवारों को मुआवजा दिलवाया जाए।