संस्था में किए जा रहे नवाचारों को लेकर रविवार को पत्रकार वार्ता में सचिव पूरणमल बेनीवाल ने बताया कि तीन मुख्य नवाचार में पहला ग्रामोत्थान केरियर काउंसलिंग एंड कोचिंग सेंटर (जीफॉरसी) है, जिसकी शुरुआत एक जून से होगी। इसके तहत संस्था में आईएएस, आरएएस सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाएगी। इसके के लिए नागौर शहर के विभिन्न क्षेत्र के 40 ऑफिसर से सम्पर्क किया गया है, जो विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करेंगे। थ दूसरा नवाचार प्रतिभावान बालिकाओं को पूर्ण एवं आंशिक छात्रवृति प्रदान करना है। इसके तहत कक्षा छह से 9 तक की 100 बालिकाओं को परीक्षा के माध्यम से प्रवेश देकर मेरिट के आधार पर छात्रवृति दी जाएगी। टॉप 20 छात्राओं को (प्रत्येक कक्षा से 5) पूर्ण नि:शुल्क शिक्षा दी जाएगी। इसके बाद 20 छात्राओं को 50 फीसदी फीस की छूट दी जाएगी। इसके लिए आगामी 14 मई को परीक्षा होगी और आवेदन ऑनलाइन करना होगा।
तीसरा नवाचार संस्था परिसर में बालिकाओं के लिए ग्रामोत्थान डीलक्स लाइब्रेरी खोलकर किया जाएगा, जो पूरी तरह हाईटेक होगी। संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष दल्लाराम चौधरी ने संस्था की ओर से संचालित बीएड कॉलेज की विशेषताओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यहां बालिकाओं, खासकर ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं के लिए छात्रावास सुविधा भी है।
अभिभावकों को चेतना होगा संस्था से जुड़े पूर्व डीआईजी के.राम बागडि़या ने बताया कि समय तेजी से बदल रहा है और शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। सेंट्रल यूनिवर्सिटी में प्रवेश के लिए सीयूआईटी का टेस्ट देना अनिवार्य कर दिया है, जिसे भविष्य में और विस्तार दिया जाएगा। सीयूआईटी का टेस्ट केवल 12वीं के पाठ्यक्रम के आधार पर नहीं होगा, उसमें सामान्य ज्ञान, रिजनिंग आदि प्रश्न भी होंगे और यदि बच्चा उसकी तैयारी नहीं करेगा तो पिछड़ जाएगा। इसलिए अभिभावकों को इसको लेकर समय रहते चेतना होगा। बागडि़या ने जिले के युवाओं में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इसको लेकर आगामी 19 मई को सर्वधर्म सद्भाव सभा का आयोजन टाउन हॉल में किया जाएगा। उसमें जिले के संतों व महंतों को आमंत्रित किया गया है।