इतनी उम्र में भी अपने सभी काम कर लेती थी लतीफन
बेहड़ा-थ्रू के प्रधान दिनेश राठी ने बताया कि लतीफन उनके गांव की सबसे अधिक उम्र की वृद्ध महिला थी। पूरा गांव लतीफन का सम्मान करता था। वह इस उम्र में भी सभी का अभिवादन स्वीकार करती थी। शुक्रवार सुबह उनकी मौत हो गई। ग्राम प्रधान के अनुसार दो दिन से लतीफन का स्वास्थ्य खराब चल रहा था। यह बात जब गांव में पता चली तो गांव के लगभग सभी लोग लतीफन को देखने के लिए पहुंचे। लतीफन का कहना था कि अभी उन्हे कुछ नहीं होने वाला है वह अभी और भी जिएंगी।खास बात ये भी है कि इस उम्र में भी लतीफन अपने लगभग सभी काम खुद ही कर लेती थी। इतनी उम्र हो जाने के बावजूद गांव के किसी व्यक्ति को यह उम्मीद नही थी कि लतीफन दो दिन में ही तल बसेंगी। दो दिन से चल रही खराब तबीयत के बीच ही लतीफन ने शुक्रवार को अंतिम सांस ली।
परिवार में 20 से 25 सदस्य ( UP News )
ग्राम प्रधान के अनुसार लतीफन के दो पोते हैं। उनके परिवार में दोनों पोते मनव्वर और सनव्वर समेत 20 से 25 सदस्य हैं। लतीफन का कोई भाई नहीं था। भाई नहीं होने के कारण वह अपने मायके में ही रहती थी। करीब दस वर्ष पहले उनके इकलौते बेटे मुस्तकीम की भी मौत हो चुकी है। शुक्रवार शाम को अपने गांव में ही लतीफन को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। लतीफन की मौत पर पूरा गांव दुखी है।