दरअसल बुधवार को जिला चिकित्सालय परिसर स्थित रेडक्रास भवन में संचारी रोग के सम्बंध में आयोजित मीडिया संवेदीकरण बैठक के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा पीएस मिश्रा ने बताया कि 2 से 30 सितम्बर तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान संचारी रोगों पर सीधा वार के लक्ष्य को दृष्टिगत रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार का एक अन्तर्विभागीय प्रयास है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने इस अभियान के संचालन के लिए नोडल विभाग बनाया है । संचारी रोगों दिमागी बुखार एवं वेक्टर जनित रोगों पर प्रभावी नियंत्रण तथा इनका सही एवं त्वरित उपचार राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। यहां पर दिमागी बुखार का प्रकोप नहीं पाया जाता है। राज्य में इस अभियान के बाद दिमागी बुखार के प्रकोप से मौतों में कमी आयी और वेक्टर जनित रोगों एवं अन्य संचारी रोगों के प्रकोप में भी भारी कमी देखने का मिली है।
वेक्टर जनित रोगों से मिलेगी मुक्ति
इस अभियान का यह तीसरा चरण है। उन्होंने बताया कि जनपद में वेक्टर जनित रोगों की स्थिति सामान्य है। विगत वर्षों की तुलना में डेंगू, मलेरिया एवं चिकनगुनिया इत्यादि रोगों के मरीजों की संख्या में कमी आयी है। जनपद में समस्त चिकित्सा इकाईयों में वेक्टर जनित रोगों की जांच व उपचार की सुविधा उपलब्ध है। जिला चिकित्सालय में फीवर हेल्प डेस्क संचालित है। इसके साथ ही डेंगू के मरीजों के उपचार के लिए दस बैड का वार्ड आरक्षित करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि जनपद में डेंगू से मौत होने की सूचना मिलने पर मीडिया सही तथ्यों की जांच कराकर रिपोर्ट प्रकाशित करें। उन्होंने कहा कि मच्छरों का प्रकोप रोकने के लिए शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है।