यह भी पढ़ें— समर वेकेशन में घूमने के लिए बुक करा रहे हैं ट्रेन का टिकट तो पहले पढ़ लें ये खबर पीड़िता का आरोप है कि वह एक कॉलेज के मेस में खाना बनाने का काम करती थी, लेकिन नौकरी छूट जाने के कारण वह काफी समय से परेशान थी। कुछ दिन पहले उनकी मुलाकात हरिद्वार निवासी रविंद्र मेहता से हुई। इसके बाद रविंद्र मेहता नौकरी दिलाने के नाम पर उसे अपने साथ हरिद्वार ले गया। इस दौरान उसके साथ एक अन्य व्यक्ति और भी था। दोपहर के समय हरिद्वार से लौटते वक्त आरोपियों ने उसे नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश कर दिया और दिल्ली—देहरादून हाईवे पर गांव सिसौना के पास उसके बच्चे को चलती कार से नीचे फेंक दिया। उसके बाद चलती कार में उसके साथ रेप किया और उसे हाइवे के किनारे फेंककर फरार हो गए। सिसौना के ग्रामीणों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जिसके बाद यूपी डायल 100 पर सूचना दी गई। इसी सूचना पर डायल 100 की गाड़ी मौके पर पहुंची। हालांकि इस मामले में घंटों तक पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही, जिसके बाद अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर छपार थाने में पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कराते हुए मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
यह भी पढ़ें— अब ज्योतिषाचार्य ने की भविष्यवाणी 15 तारीख तक बना रहेगा आंधी-तूफान का खतरा एसपी सिटी ओमवीर सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार शाम को थाना छपार में एक पीड़ित महिला आई थी। उसने आरोप लगाते हुए यह बताया कि 6 तारीख को वह किसी व्यक्ति के संपर्क में थी, जिसकी उससे मोबाइल पर बातचीत हुई। उस आदमी ने उसको बुलाया और पुरकाजी में उसको कोई शीतल पेय पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और छपार क्षेत्र में छोड़ गए। पीड़िता की शिकायत पर तत्काल अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है और उन दोनों के फोन नंबर की कॉल डिटेल निकलवा ली गई है। महिला द्वारा बताए गए कुछ अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। महिला का मेडिकल करा दिया गया है और उसके बयान भी कराए जा रहे हैं। जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल विवेचना चल रही है।