इन दिनों मेघालय विधानसभा चुनाव के मतदान में उनकी टीम के साथ ड्यूटी लगाई गई थी। वहीं छुट्टी नहीं मिलने से खफा मुजफ्फरनगर निवासी कांस्टेबल अर्जुन देशवाल की भी ड्यूटी यहां लगाई गई थी। लेकिन इस दौरान आक्रोशित जवान ने अपनी एके-47 सर्विस राइफल से ताबड़तोड़ गोलियां चला दी जिसमें सीओ मुकेश त्यागी की मौत हो गई जबकि इंस्पेक्टर प्रदीप मीना और दारोगा ओमप्रकाश यादव घायल हो गए।
पुलिस अधीक्षक एच.जी लिंगदोह ने बताया, ‘कांस्टेबल को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया गया और उसकी सर्विस राइफल भी जब्त कर ली गई है। इस घटना की जांच की जा रही है।’
वहीं गोलीबारी करने वाले कांस्टेबल अर्जुन देशवाल के परीजनों का कहना है कि अर्जुन ने जो किया वह गलत किया है, हालांकि उन्हें भी मामले का पता नहीं है कि आखिर अर्जुन ने इतनी बड़ी घटना को अंजाम क्यों दिया। इससे पहले उससे बात हुई थी तो कहता था कि और छुट्टी आना चाहता है लेकिन उसे छुट्टी नहीं दी जाती। कुछ दिन से अर्जुन की मां बीमार थी और वह खुद भी डॉक्टर के इलाज में था। ग्रामीण भी अर्जुन के बारे में बताते हैं कि अर्जुन की गांव में भी किसी से दुश्मनी नहीं थी और ना ही वह किसी के साथ लड़ाई झगड़ा करता था मगर यह बात समझ से परे है कि उसने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया तो कैसे।