इस कड़ी में वर्षों पहले भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के खास रहे भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप ने किसान आंदोलन पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं। एक तरफ भारतीय किसान यूनियन कृषि बिल व किसानों की समस्याओं को लेकर 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में एक किसान महापंचायत आयोजित करने की घोषणा कर चुकी है तो अब ऐसे में भारतीय किसान यूनियन भानु का गुट उनके विरोध में उतरा है।
बुधवार को जनपद मुजफ्फरनगर में नवागंतुक जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन भानू गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानू प्रताप ने मीडिया से रूबरू होते हुए किसान आंदोलन पर गंभीर सवाल उठाते हुए राकेश टिकैत को भी कटघरे में खड़ा किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन भानू जैन व समस्या उठाता है। लूटपाट नहीं करता और ना आतंकवाद फैलाता है। मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी नए हैं इसलिए वे उनसे अपने लोगों का परिचय कराने आए थे।
उन्होंने कहा कि सरकार से मेरी मांग है कि यह जो लड़ रहे हैं यह कांग्रेस की फंडिंग से चल रहे हैं और विदेशों की फंडिंग से चल रहे हैं। यह किसान नेता हो ही नहीं सकते। किसान नेता 20-20 किलोमीटर में पक्के मकान और एसी लगाकर नहीं रहते। उन्होंने खुद को राष्ट्रवादी और देश प्रेमी बताया। उन्होंने कहा कि मैंने शासन और प्रशासन को गारंटी दी है कि मेरा कोई भी पदाधिकारी गलत काम नहीं करेगा। राकेश टिकैत के नेतृत्व में सड़कों को जाम किया गया है। वह राजनीति कर रहे हैं। कभी बंगाल में जाते हैं तो कभी लखनऊ जाने की बात करते हैं। ऐसा ही रहा तो जल्द सलाखों के पीछे जाना पड़ेगा।