यह भी पढ़ें: बंटी-बबली को पुलिस ने किया गिरफ्तार तो जमीन से खोद कर निकाला इतना सोना-चांदी
इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष विजय शुक्ला ने लोगों को बताया कि नागरिक संशोधन विधेयक के संबंध में लोगों में भ्रम की स्थिति फैलाई जा रही है, जबकि वास्तविकता यह है कि भारत के किसी भी जाति और धर्म के नागरिक को इससे कोई परेशानी नहीं है, यह विधेयक पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आने वाले अल्पसंख्यकों हिंदू, जैन, सिख, बौद्ध और पारसियों के लिए है। दूसरे देश में प्रताड़ना का शिकार होने वाले शरणार्थियों को भारत में नागरिकता देने के लिए यह विधेयक लाया गया है।
यह भी पढ़ें- मुसलमानों को देश छोड़कर जाने को कहने वाले एसपी पर ओवौसी ने दिया बड़ा बयान
भारत के किसी भी जाति धर्म के लोगों को इससे परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है । उन्होंने कहा कि यह जागरुकता अभियान पर देशभर में 15 जनवरी तक जगह-जगह चलाया जाएगा। इसके लिए जगह-जगह गोष्ठी आयोजित की जाएंगी। इस जन जागरुकता अभियान में जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला के साथ योगेश मित्तल, विशाल गर्ग, नरेंद्र चौधरी, नितिन मलिक, वैभव त्यागी, प्रवीण शर्मा, रमेश खुराना, सुनील तायल, महेश चौधरी, रोशनी पांचाल, सुषमा पुंडीर सहित भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
प्रदर्शनकारियों को पाक जाने व बर्बाद करने की धमकी देने वाला यूपी के इस एसपी का वीडियो हुआ वायरल
गौरतलब है कि देशभर के मुसलमान, दलित और छात्र इस कानून के खिलाफ हैं। उनका तर्क है कि यह कानून भारत के संविधान की प्रस्तावना के खिलाफ है। इसमें धर्म के आधार पर लोगों के बीच भेद किया गया है, जो संविधान की आत्मा के खिलाफ है। एनआरसी में जिन लोगों का नाम नहीं आ पाएगा, तब यह कानून लोगों के बीच धर्म के नाम पर विभेद करेगा। मुसलमानों को छोड़कर सभी धर्म के लोगों को तो नागरिकता दे दी जाएगी, लेकिन मुसलमानों को नागरिकता से वंचित कर दिया जाएगा। इसी के कारण देशभर में इस कानून का विरोध हो रहा है।