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दरअसल खाद्य विभाग में करोड़ों का खाद्यान्न घोटाले का मामला सामने आया है, जिसमें 44 जिले ऐसे बताए जा रहे हैं जिनमें जांच में ज्यादा गड़बड़ी मिली है। अनाज माफियाओं ने हैकरों से मिलीभगत कर आधार कार्ड हैक कर उनके द्वारा राशनकार्डों में हेराफेरी के जरिए करोड़ों रुपए का गरीबों का राशन हड़प लिया है। इन जिलों में लखनऊ, मेरठ, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, व गौतमबुद्धनगर सहित कई जिलों में आरोपियों के खिलाफ जांच कर मुकदमा दर्ज कराने की बात सामने आ रही है।
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जनपद मुजफ्फरनगर की अगर बात करें तो यहां 64 आधार कार्ड नंबर सामने आए हैं, जिन्हें लगभग 19795 राशन कार्डों में इस्तेमाल करके गरीबों के हक पर डाका डाला गया है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार को भी करोड़ों का चूना लगाया है। पिछले कई माह से सार्वजनिक वितरण प्रणाली में माफियाओं द्वारा सेंध लगाकर गरीबों का बेचा जा रहा था। खाद्य विभाग के अधिकारी कुंभकर्णी नींद सोते रहे। जब मामले का खुलासा हुआ तो यूपी सरकार के अधिकारियों के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। आनन-फानन में मामले की जांच कराई गई तो बड़ा घोटाला खुलकर सामने आ गया। पुलिस हैकरों की तलाश में जुट गई है। इसके साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि किस आधार कार्ड को कितने-कितने और किन-किन राशन कार्डों में इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही किस राशन डीलर पर कितना खाद्यान्न अवैध रूप से जाता रहा है। घोटाला खुलने के बाद राशन डीलरों में भी हड़कंप मचा हुआ है।
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जानिए किस जिले में कितना घोटाला
जनपद मुजफ्फरनगर में 64 आधार कार्डों के नम्बरों का 19,795, राशन कार्डों में इस्तेमाल किया गया , जनपद शामली में 9 आधार कार्डों के नम्बरों का इस्तेमाल 463 राशन कार्डों में इस्तेमाल किया गया, जनपद इलाहाबाद में 107 आधार कार्डों के नंबरों का 37574 राशन कार्ड में जनपद मेरठ में 108 आधार कार्ड के नंबर को 27324, गाजियाबाद में 69 कार्डों का 16,568, गौतमबुद्धनगर में 36 कार्डों का 16058, कानपुर नगर 17 कार्डों का 9292, बिजनौर में 37 कार्डों का 8837, आगरा में 41 कार्डों का 8468, मुरादाबाद में 83 कार्डों का 6718।
लखनऊ में 24 कार्डों का 4794, सहारनपुर में 7 कार्डों का 3700, गाजीपुर में 31 कार्डों का 3065, अमरोहा में 32 कार्डों का 2527, वाराणसी में 13 कार्डों का 2064, फतेहपुर में 7 कार्डों का 1898, जालौन 7 कार्डों का 1870, फिरोजाबाद में 6 कार्डों का 1510, मऊ 21 कार्डों का 1509, कन्नौज 10 कार्डों का 1325, बरेली 4 कार्डों का 1299, इटावा 9 कार्डों का 1135, हाथरस में 5 कार्डों का 1065, बागपत 13 कार्डों का 1024, मिर्जापुर 7 कार्डों का 1023, रायबरेली में 9 कार्डों का 927, मैनपुरी में 7 कार्डों का 898, ललितपुर में 5 कार्डों का 776, औरैया में 9 कार्डों का 665, मथुरा में 6 कार्डों का 488, बुलंदशहर में 7 कार्डों का 360, कासगंज में 2 कार्डों का 144, बहराइच में 21 कार्डों का 138, संत रविदासनगर में 3 कार्डों का 115, रामपुर में 2 कार्डों का 93, आजमगढ़ में 5 कार्डों का 70, कानपुर देहात में 2 कार्डों का 61, बलरामपुर में 3 कार्डों का 38, हमीरपुर में 1 कार्ड का 29 , अलीगढ़ में 3 कार्डों का 356, सुल्तानपुर 3 कार्डों का 279, गोंडा में 2 कार्डों का 209, हापुड़ में 2 आधार कार्डों के नंबर का 186 बार इस्तेमाल कर अनाज वितरण में गड़बड़ी की सूचना मिली है। जनपद मुजफ्फरनगर में जिला पूर्ति अधिकारी सुनील पुष्कर ने घोटाले की जानकारी देते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की बात स्वीकारी है।