जिसमें दो नई सीरीज के साथ 14,000 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे। आपको बता दें कि म्यूचुअल फंड ( Mutual Fund Investment ) सहित कई निवेशक ईटीएफ के बारे ज्यादा जानकारी नहीं रखते हैं। बता दें कि म्यूचुअल फंड की तरह ही ईटीएफ होते हैं। हालांकि, दोनों में फर्क होता है। ईटीएफ को सिर्फ स्टॉक एक्सचेंज से जरिए ही खरीदा या बेचा जा सकता है। शेयरों के जैसे ही आप एक्सचेंज के वर्किंग टाइम के दौरान ईटीएफ को भी खरीद सकते हैं।
बता दें कि भारत बॉन्ड ईटीएफ प्रोग्राम भारत सरकार की एक स्कीम है, इसे डिपार्टमेंट ऑफ इन्वेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट द्वारा शुरू की गई। इसके मैनेजमेंट की जिम्मेदारी एडलवाइज एसेट को दी गई है। इसका उद्देश्य बाजार से 14,000 करोड़ रुपए जुटाना है।
कितना निवेश करना होगा, कितना मिलेगा फायदा? ( Benefits of Mutual Funds Investment )
बता दें कि इस स्कीम से काफी फायदा हो सकता है। उदाहरण के तौर पर आप अगर भारत बॉन्ड ईटीएफ में एक लाख रुपए निवेश करते हैं। इस पर आपको 7.58 फीसदी की दर से रिटर्न मिलता है। 10 साल बाद आपका पैसा बढ़कर 2.07 लाख रुपए हो जाएगा। इसमें से टैक्स के 7,836 रुपए चुकाना होगा। उसके बाद आपको 1.99 लाख रुपए मिलेंगे। इसमें आप कम से कम एक हजार रुपये निवेश कर सकते हैं।
टैक्स कैसे कटेगा?
डेट म्यूचुअल फंड की तरह ही भारत बॉन्ड ईटीएफ पर टैक्स लगेगा। अगर तीन साल से ज्यादा का निवेश होता है तो इंडेक्सेशन बेनिफिट के साथ 20 फीसदी टैक्स लगता है। 3 साल के निवेश पर करीब 6.3 फीसदी रिटर्न मिलेगा। वहीं, 10 साल वाले पर इसकी दर 7 फीसदी होगी। इसमें एलॉटमेंट की तारीख से 30 दिन पूरा होने पर या इससे पहले निवेश को भुनाने पर 0.10 फीसदी एक्जिट लोड लगेगा।
कौनसी कंपनियां होंगी शामिल
इसमें एचपीसीएल, हुडको, एक्जिम बैंक, नएचपीसी, एनटीपीसी, आईआरएफसी, नाबार्ड, एनएचएआई, ए पीएफसी, एनपीसीआईएल, पावर ग्रिड, आरईसी और सिडबी सहित AAA रेटेड सावर्जनिक क्षेत्र की कंपनियां शामिल हैं।