उद्धव ठाकरे ने कहा “सबके पाप के घड़े भर रहे हैं। बीजेपी वालो सावधान… कल ये महाशय खुद को नरेंद्र भाई मोदी समझेंगे और प्रधानमंत्री पद का दावा करेंगे। लालसा बहुत गंदी होती है, यह कभी समाप्त नहीं होती!”
उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर मैं मुख्यमंत्री बना तो आपको क्या दिक्कत है? इसलिए जिस बालासाहेब का फोटो लगाते हो, उनके पुत्र को सिंहासन से नीचे उतारा दिया? फिर हिंदुत्व आदि क्यों कहते हैं, कांग्रेस-राष्ट्रवादी का क्यों बहाना बताते हो।
उन्होंने कहा कि साल 2019 में बीजेपी झूठ के चरम पर पहुंच गई। तय की हुई बातों को ठुकराने के कारण हमने महाविकास अघाड़ी को जन्म दिया। इस वजह से अब कांग्रेस-राष्ट्रवादी परेशानी बनी हैं। तो आप वास्तव में क्या चाहते हैं? वह सिर्फ कारणों की तलाश में है। उनकी लालसा! उन्होंने खुद को मुख्यमंत्री के पद तक बेहद खराब तरीके से पहुंचाया।
एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा “अब वे शिवसेना प्रमुख से तुलना करने लगे है। यह बहुत खराब बात है। इसे देखने के बाद मुझे नहीं लगता कि बीजेपी उन्हें कभी आगे करेगी। नहीं तो वे अपनी तुलना नरेंद्र भाई से करेंगे और पीएम पद की भी मांग करेंगे। आखिर लालसा बेहद कितनी गंदी है ना!”
उन्होंने कहा “मैं एक बात से संतुष्ट हूं। मैं भी ढाई साल तक मुख्यमंत्री रहा, लेकिन मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अगर सत्ता की प्यास खून में है, तो आप किसी के नहीं हैं और कोई आपका नहीं है।”
गौरतलब हो कि महाराष्ट्र में ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को हाल में वरिष्ठ नेता शिंदे की अगुवाई में विधायकों की बगावत का सामना करना पड़ा। पार्टी के अधिकतर विधायकों ने शिंदे का पक्ष लिया, जिससे महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने 29 जून को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और उसके एक दिन बाद शिंदे ने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। जबकि बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली।