कभी सावित्रीबाई फुले तो कभी शिवाजी महाराज के गुरुओं पर अपनी टिप्पणी के कारण राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी विवादों में घिर गए। एक महीने पहले भी वे महाराष्ट्र की जनता को कम आंकने वाला बयान देकर विवादों में आ गए थे। अब आज राज्यपाल ने गडकरी और पवार की तारीफ करते हुए सीधे छत्रपति शिवाजी महाराज का उदाहरण दे दिया।
औरंगाबाद के बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय के 62वें दीक्षांत समारोह में बोलते हुए राज्यपाल कोश्यारी ने कहा, “जब हम स्कूल जाते थे तो हमारे शिक्षक हमसे पूछते थे कि आपके पसंदीदा लीडर कौन हैं? तब जिन्हें सुभाष चंद्र बोस पसंद थे, जिन्हें नेहरू पसंद थे, जिन्हें गांधी जी पसंद थे। वह उनके नाम बताते थे। आज अगर आपसे कोई पूछे की आपके पसंदीदा लीडर या आदर्श कौन हैं तो आपको बाहर जाने की जरूरत नहीं है, यहीं महाराष्ट्र में ही मिल जाएंगे। महाराष्ट्र नवरत्नों की खान है। शिवाजी तो पुराने युग के आदर्श है, नए युग में डॉ. अंबेडकर से नितिन गडकरी तक सभी यहीं मिल जाएंगे।”
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने इसी दीक्षांत समारोह में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को डॉक्टर ऑफ लिटरेचर (डी.लिट) की उपाधि से सम्मानित किया। आगे बोलते हुए राज्यपाल ने कहा, गडकरी और पवार को डी.लिट देने का सौभाग्य मुझे मिला। इन नेताओं को यह उपाधि इसलिए दी गई थी क्योंकि इनका कार्य राष्ट्र के लिए उपयोगी था। लेकिन उनका काम इससे कहीं ज्यादा है। शरद पवार ने कृषि के क्षेत्र में बहुत काम किया है। नितिन गडकरी लक्ष्यों वाले नेता हैं, जिन्हें रोडकरी के नाम से भी जाना जाता है। दोनों नेताओं ने बहुत बड़े काम किये है।”