पुलिस ने आगे बताया कि फिर चचेरी बहन का गला रेत दिया। शिकायत में मां ने आरोप लगाया कि उसकी बेटी ने बाथरूम में पानी से खून भी साफ किया और जिस ब्लेड से उसने खून किया था उसे वापस साबुन के डिब्बे में धोकर रख दिया।
तालुका पुलिस के एसआई शिवाजी वडटे ने बताया कि सात साल की बच्ची का परिवार घनसावंगी में रहता है। उसके पिता एक किसान हैं। वह चाहते थे कि उनकी बच्ची को अच्छा एजुकेशन मिले और इसलिए उसे जालना के चौधरी नगर इलाके में अपने भाई (किशोरी के पिता) के साथ पढ़ने के लिए भेज दिया। नाबालिक के पिता पैथोलॉजी लैब टेक्नीशियन हैं। कुछ दिन पहले किशोरी ने स्कूल में एक मोबाइल फोन चोरी किया था। जब वह पकड़ी गई और उसके पास से फोन मिला तो उसने स्कूल जाना छोड़ दिया था।
बता दें कि इस मामले में पुलिस ने बताया कि सोमवार की सुबह किशोरी की मां ने लड़की को नींद से जगाया और जोर देकर कहा कि क्या वह स्कूल नहीं जाएगी। इस पर नाबालिक लड़की ने गुस्से में अपने कमरे का दरवाजा बंद किया और बाथरूम में चली गई। बाथरूम में पहले से ही उसकी सात साल की चचेरी बहन थी। बाथरूम में जाने के बाद बड़ी लड़की ने बच्ची पर हमला कर दिया। बच्ची की चीख सुनकर किशोरी की मां ने दरवाजा खोलने की कोशिश करने लगी लेकिन दरवाजा नहीं खोल सकीं।
इसके बाद लड़की ने अपनी चचेरी बहन का खून करने के बाद ही दरवाजा खोला और खून के धब्बे खुद साफ किए। किशोरी की मां ने फौरन इस घटना की जानकारी अपने पति को दी और पुलिस कंट्रोल रूम से भी संपर्क किया। पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गई। इसके बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली। पोस्टमार्टम किया गया और सात साल की मासूम बच्ची का शव उसके घरवालों को सौंप दिया गया।