‘एमवीए में पड़ी फूट, शिवसेना जैसे होंगे हालात’, शिंदे-फडणवीस सरकार के वरिष्ठ मंत्री की भविष्यवाणी
साथ ही कोश्यारी खुद भी कई बार राज्यपाल पद से मुक्त होकर राजनीति से रिटायर होने की इच्छा जाता चुके है। इसी पृष्ठभूमि में राष्ट्रपति ने त्रिपुरा और झारखंड जैसे राज्यों के राज्यपाल का दायित्व संभाल चुके अनुभवी रमेश बैस को अब महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया है।रमेश बैस कौन है?
रमेश बैस का जन्म छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हुआ था। सात बार सांसद चुने गए बैस देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में मंत्री थे। हालांकि 2019 के आम चुनाव में उन्हें लोकसभा का टिकट नहीं मिला। उसके बाद, रमेश बैस को त्रिपुरा के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया।
विवादों से भरा भगत सिंह कोश्यारी का कार्यकाल!
महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में भगत सिंह कोश्यारी का कार्यकाल विवादों से भरा रहा। 80 वर्षीय कोश्यारी ने 9 सितंबर 2019 को महाराष्ट्र के 22वें राज्यपाल के रूप में पदभार संभाला। तब से उनके साथ महाविकास अघाड़ी यानी एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव गुट) की अनबन चल रही है।
बेहद अनुभवी राजनेता है कोश्यारी
भगत सिंह कोश्यारी एक बेहद अनुभवी राजनेता है, जिन्होंने आरएसएस के साथ अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और बाद में बीजेपी के उपाध्यक्ष बने। उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया था। वह उन दुर्लभ नेताओं में से है, जो विधायक, एमएलसी, लोकसभा सदस्य और राज्यसभा सदस्य रह चुके है।