वैसे राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी की तरफ से व्हीप जारी किया जाता है। ऐसे में विधायकों को अपना मत अपने दल के व्हीप को दिखाना पड़ता है यही कारण है कि बड़ी पार्टियों में क्रॉस वोटिंग संभव नहीं है। लेकिन निर्दलीय विधायकों के साथ ऐसी कोई बाध्यता नहीं है। इसलिए बीजेपी और महा विकास आघाडी की तरफ से इन लोगों को अपने पाले में लाने की पूरी कोशिश अपने ढंग से हो रही है।
राज्यसभा चुनाव 2022: संजय राउत ने छठी सीट पर शिवसेना उम्मीदवार की जीत का किया दावा, बीजेपी पर साधा निशाना
हितेंद्र ठाकुर और ओवैसी की पार्टी पर टिकी सभी की निगाहेंउल्लेखनीय है कि राज्य में छोटे दलों में हितेंद्र ठाकुर की बहुजन विकास आघाडी के तीन विधायक है। हालांकि राज्यसभा चुनाव में वे किसे सपोर्ट करेंगे यह स्थिति अभी साफ नहीं है। लेकिन कांग्रेस का दावा है कि वह आघाडी सरकार के समर्थन में मतदान करेंगे। दूसरी तरफ असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एएमआईएम लगातार राज्य की उद्धव सरकार पर हमलावर रही है। ऐसे में वह किसे अपना समर्थन देगी इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई है।