मुंबई लोकल से रोजाना करीब 40 लाख लोग करते हैं यात्रा
छात्रों के इस प्रदर्शन के बाद रेलवे यात्रीयों को बहुत मुसीबतों का सामना करना पड़ा था। छात्रों ने रेलवे की पटरीयों पर आकर रेलवे मार्ग को बाधित कर दिया था। इस जाम के बाद मुंबई लोकल की सेंट्रल लाइन की सेवा पूरी तरह से ठप हो गई है।रेलवे की जानकारी के अनुसार इस सेंट्रल लाइन से रोजाना करीब 40 लाख लोग यात्रा करते हैं। और रेलवे ट्रैक के बंद होने के बाद लोकल ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रीयों को सफर करने के लिए बसों और कैब का सहारा लेेना पड़ा।
भारी संख्या में छात्रों के रेलवे ट्रैक पर आने के बाद ट्रेनों का संचालन बुरी तरह से प्रभावित हुआ। इस दौरान करीब 30 लोकल ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं जबकि पुष्पक एक्सप्रेस समेत लंबी दूरी की ट्रेनें लेट हुईं। ऐसे में प्रशासन ने यात्रियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए कई एक्स्ट्रा बसें भी चलाईं। बहरहाल, सुबह पीक ऑवर के उग्र प्रदर्शन को जीआरपी, आरपीएफ, पुलिस और आलाधिकारियों ने नाराज छात्रों को आश्वासन देकर शांत कराया और फिर धीरे-धीरे रेलवे यातायात शुरू हो गया।
जल्द निकाला जाएगा अप्रैंटिस छात्रों की समस्या का समाधान – देवेंद्र फडनवीस
मनसे ने मंगलवार को सुबह 7 बजे से रेलवे ट्रैक पर उतरे छात्रों का समर्थन किया। जबकि राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने विधानसभा में बताया कि अप्रैंटिस कर रहे छात्रों को नौकरी देने का कोई प्रावधान नहीं है। इस घटना में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिससे कुछ एक लोगों को मामूली चोटें आई हैं। सालों से अप्रैंटिस कर रहे छात्रों के लिए रेलवे के आलाधिकारियों से बात हुई है, जिसका जल्द ही कोई समाधान निकाला जाएगा।