इस मामले में पुलिस ने बताया है कि आरोपी गोरक्ष बबन ने पत्नी की गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद उसके शव को अलंदी के जंगल में दफना दिया था। इसके बाद पकड़े जाने के डर से उसने दो दिन बाद वाइफ की शव को जमीन से खोदकर निकाला और जला दिया था। जिससे पुलिस उसे पकड़ न सके। मृत महिला का नाम आशा बताया जा रहा हैं।
बता दें कि पुलिस ने आगे बताया है कि गोरक्ष बबन ने तीनों आरोपियों के साथ मिलकर 29 सितंबर को दोपहर 2 बजे और आशा के शव को अलंदी के जंगल में दफनाया था। इस मामले पर चाकन पुलिस थाने के इंस्पेक्टर अनिल देवडे ने बताया कि इसके पकड़े जाने के डर से आरोपी 1 अक्टूबर को रात करीब 10:30 बजे फिर से जंगल में गए और शव को आग लगा दी।
अनिल देवडे ने आगे कहा कि गोरक्ष बबन को अपनी वाइफ पर धोखा देने का शक था और जिसके चलते उसने चाकन के एमआईडीसी इलाके के मेडनकरवाड़ी गांव में अपने घर में उसको मौत के घाट उतार दिया। शुरू में आरोपी गोरक्ष बबन ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि आशा 28 सितंबर को रात 11 बजे से लापता है, लेकिन उसके दावों पर पुलिस को कुछ संदेह लगा था।
ऐसे हुआ घटना का खुलासा: बता दें कि शक होने के बाद पुलिस ने गोरक्ष बबन से पूछताछ की। इस दौरान एक कांस्टेबल ने गोरक्ष से कहा कि भले ही उसने अपनी वाइफ को कहीं भी दफनाया हो, पुलिस उसे ढूंढ निकालेगी। कांस्टेबल की इस चेतावनी के गोरक्ष बबन काफी घबरा गया और उसने अपने साथियों ने साथ मिलकर शव खोदकर बाहर निकाला और जलाकर सबूत मिटाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन बारिश होने की वजह से महिला का शव पूरी तरह से जला नहीं पाया था। इसके बाद आसपास के लोगों ने पुलिस को अधजले शव के बारे में बताया। पुलिस ने आशा को मारने के लिए उपयोग की गई रस्सी के अलावा पेट्रोल की बोतल भी मौके से जब्त किया। जिसके बाद पुलिस ने गोरक्ष बबन, उसके पिता और दोस्तों को गिरफ्तार कर पूछताछ की और उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया।