प्राप्त जानकारी के मुताबिक, ठाणे के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने सीएम शिंदे के खिलाफ ठाणे कोर्ट में याचिका दायर की है। याचिकाकर्ता का नाम धनाजी सुरोसे है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि शिंदे ने मंत्रालय के हॉल में सात जुलाई को सत्यनारायण की पूजा की थी।
याचिककर्ता ने कहा है कि सीएम ने अंधविश्वास को बढ़ावा देने का काम किया है. इस याचिका पर पहली सुनवाई 1 अगस्त को ठाणे कोर्ट में होगी। उन्होंने धारा 406 के तहत शिकायत दर्ज कराई है। सामाजिक कार्यकर्ता धनाजी सुरोसे ने न्याय नहीं मिलने पर बॉम्बे हाईकोर्ट जाने के संकेत दिए है।
कुछ दिन पहले राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को निवेदन पत्र सौंपा गया था जिसमें आरोप लगाया गया था कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पहली बार मंत्रालय में प्रवेश करने पर सत्यनारायण की पूजा की थी। यह भी मांग की गई थी कि राज्यपाल इस पर संज्ञान लें और तत्काल कदम उठाएं। लेकिन अब यह मामला सीधे कोर्ट पहुंच गया है।
गौरतलब हो कि जून महीने में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के अधिकतर विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी, जिससे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार गिर गई। एमवीए में शिवसेना के साथ एनसीपी और कांग्रेस भी हिस्सा थे। उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद 30 जून को शिंदे ने मुख्यमंत्री के रूप में और देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वर्तमान में शिंदे-फडणवीस सरकार के कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चा चल रही है।