जानकारी के मुताबिक, मुकुल जोशी मुंबई के मुलुंड (Mulund News) में रहते है। वह 15 सदस्यीय ग्रुप के साथ ट्रेकिंग पर गए थे। ट्रेकिंग के दौरान मुकुल सीढ़ियों से फिसल गए। हालांकि, उन्होंने एक पेड़ की शाखा को पकड़ लिया और बचाव दल के आने तक वहीं रुके रहे। यह रेस्क्यू ऑपरेशन सात घंटे तक चला। इस तरह मुकुल की जान बाल-बाल बच गयी।
यह ट्रेकिंग ग्रुप दोपहर करीब 2.15 बजे अपने बेस पर वापस लौट रहा था, तभी यह घटना घटी। महाराष्ट्र पर्वतारोही बचाव समन्वय केंद्र (Maharashtra Mountaineers Rescue Coordination Centre) ने सूचना मिलने ही तत्काल रायगढ़ में मौजूद दो बचाव समूहों को सतर्क किया। जिसके बाद मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने मुकुल जोशी को बचाया।
बचाव दल में शामिल एक शख्स ने बताया कि जोशी ऊपर के छोर पर खोदकर बनायी गयी चट्टान की सीढ़ियों से फिसल गए। उन्होंने बताया की यह सीढ़ियाँ जोखिम भरी होती हैं क्योंकि बारिश के दौरान उनमें फिसलन बहुत बढ़ जाती है। जोशी फिसलने के बाद लगभग 25 फीट नीचे एक पेड़ को पकड़ लिया। अगर वह पेड़ को नहीं पकड़ते तो 1,000 फीट गहरी घाटी में गिर सकते थे। इस जानलेवा हादसे में मुकुल जोशी का बायां कंधा गंभीर जख्मी हुआ है।