इस संगठन के सदस्य आरटीआई और अन्य डाक्यूमेंट्स दाखिल करके नागरिक निकाय से पूरी जानकारी इकठ्ठा करते हैं, जिसके बाद एक रिपोर्ट तैयार की जाती है। नगरिकायन के समन्वयक आनंद भंडारे ने बताया कि 5 पैरामीटर के आधार पर नगर-सेवक को चिह्नित किया जाता है ,इनमें अलग-अलग नागरिक समितियों और बैठकों में उपस्थिति, पूछे गए प्रश्नों की संख्या, दायर किए गए प्रस्तावों की संख्या, उपयोग की गई धनराशि और उनका उपयोग कैसे किया जाता है इत्यादि शामिल हैं।
बता दें कि आनंद भंडारे ने आगे बताया कि ये पूरा रिपोर्ट कार्ड नागरिकों से रिक्वेस्ट प्राप्त करने के बाद ही तैयार किया जाता है। रिक्वेस्ट मिलने के बाद, हम अटेंडेंस लॉग को एक्सेस करते हैं और परचेज डॉक्यूमेंट्स आदेशों की जांच करते हैं जो नगर-सेवक द्वारा किए गए खर्चों को दिखाते हैं।
इस एप पर अब तक करीब 44 नगर-सेवकों के 56 रिपोर्ट कार्ड अपलोड किया गया हैं। इनमें से कुछ नगर-सेवकों में शिवसेना से प्रतिमा खोपड़े, सुनील प्रभु और गीता सिंघन, बीजेपी से कमलेश यादव, प्रकाश गंगाधारे और नील सोमैया, कांग्रेस से विनी डिसूजा, सोनम जमसुतकर और स्नेहा जगदे मौजूद हैं। कांग्रेस नगर-सेवक जगदीश अमीन, भाजपा की गीता किरण भंडारी और शिवसेना की संध्या दोशी 70 से ऊपर स्कोर के साथ सबसे ज्यादा परफॉरमेंस करने वालों में से हैं। वहीं, दूसरी तरफ शिवसेना के दिलीप लांडे और भाजपा की अनीता पांचाल और पराग शाह कम प्रदर्शन करने वालों की लिस्ट में शामिल हैं।