अजीनाथ बावरे की करीब तीन साल की बेटी भी इसी टीचिंग क्लास में पढ़ती है। हमेशा की तरह बच्ची के माता-पिता ने उसे इस महीने की 8 तारीख को शाम 4 बजे ट्यूशन छोड़ दिया। लेकिन जब रात 8 बजे अपनी लड़की को क्लास से वापस लाया, लेकिन बच्ची के गालों और हाथों पर लाल चटक थी। इसके साथ ही मासूम बच्ची कुछ बोल नहीं पा रही थी। इस मामले का घुलासा देर रात को हुआ और यह साफ हो गया कि उसे किसी गरम वस्तू से जलाया गया है।
बता दें कि माता-पिता तुरंत बच्ची को हॉस्पिटल ले गए और सोमवार देर रात ट्यूशन टीचर के खिलाफ केस दर्ज कर दिया। इस मामले में खारघर पुलिस ने बताया कि ट्यूशन टीचर ने लड़की को किचन में उपयोग किए जाने वाले सामान को गरम कर लगाया था। जिससे उसके शरीर पर चोट आ गई, लेकिन ट्यूशन टीचर ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है।
वहीं, दूसरी तरफ वहां पढ़ रहे और बच्चों ने बताया कि टीचर ने बच्ची को गर्म वस्तु लगाई थी, क्योंकि वो अपना होमवर्क ठीक से नहीं कर रही थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी टीचर को कारण बताओ नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। इस पूरे मामले में पुलिस जांच कर सबूत जुटाने की कोशिश कर रही है और जांच पूरी होने के बाद पुलिस कोर्ट में टीचर के खिलाफ चार्जशीट दायर करेगी। आरोपी टीचर की गिरफ्तारी न होने की वजह से पीड़ित बच्ची के परिजन नाखुश हैं। इस तरह की घटना के बाद सोसायटी के लोग अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर काफी डर गए हैं।