मिली जानकारी के मुताबिक, हादसा गुजरात के वटवा स्टेशन (Vatva Station) और मणिनगर (Maninagar) के बीच आज सुबह करीब 11 बजकर 15 मिनट पर हुआ। इस हादसे में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के धातु के अगले हिस्से को काफी निक्सन पहुंचा है। घटनास्थल पर पहुंचे रेल कर्मचारी ट्रेन के क्षतिग्रस्त हिस्से को अलग कर वंदे भारत एक्सप्रेस को आगे के सफ़र के लिए रवाना करते है।
सेमी-हाई स्पीड ट्रेन के उद्घाटन के एक हफ्ते से भी कम समय में यह दुर्घटना हुई है। एक अक्टूबर को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने भारत की पहली स्वदेशी रूप से विकसित वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन (वंदे भारत एक्सप्रेस 2.0) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।
इन सुविधाओं से लैस है वंदे भारत एक्सप्रेस 2.0
रेल मंत्रालय का कहना है कि गांधीनगर और मुंबई के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस 2.0 गेम चेंजर साबित होगी और भारत के दो व्यापारिक केंद्रों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगी। इससे गुजरात के कारोबारियों को अहमदाबाद से गांधीनगर आने जाने के दौरान हवाई यात्रा जैसी सुविधाएं प्राप्त होगी और वो भी कम कीमत में।
वंदे भारत एक्सप्रेस 2.0 कई बेहतरीन और विमान यात्रा जैसा अनुभव प्रदान करता है। यह उन्नत अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस है, जिसमें स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन टक्कर-रोधी प्रणाली-कवच शामिल है। वंदे भारत 2.0 अधिक उन्नत और बेहतर सुविधाओं से लैस है। केवल 52 सेकंड में इसकी गति 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे हो जाएगी और इसकी अधिकतम गति 180 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगी। इसमें वाई-फाई कंटेंट ऑन डिमांड की सुविधा भी है। यात्रियों के लिए सूचना एवं मनोरंजन के लिए प्रत्येक कोच में 32 इंच की स्क्रीन लगी है। साइड रिक्लाइनर सीट की सुविधा जो पहले केवल एक्जीक्यूटिव क्लास के यात्रियों को प्रदान की जाती थी, अब सभी वर्गों के लिए उपलब्ध कराई गई है। जबकि एक्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री घूमने वाली सीटों की अतिरिक्त सुविधा है।
वंदे भारत एक्सप्रेस के नए डिजाइन में, हवा को शुद्ध करने के लिए, रूफ-माउंटेड पैकेज यूनिट (आरएमपीयू) में एक फोटो-कैटेलिटिक अल्ट्रावायलेट वायु शुद्धीकरण प्रणाली स्थापित की गई है। ताकि बाहर की ताजी हवा और वापसी हवा को छानकर साफ किया जा सके और उसके साथ आने वाले कीटाणुओं, बैक्टीरिया, वायरस आदि से मुक्त किया जा सके।