पुलिस ने कहा कि दुर्घटना के समय 34 वर्षीय राधेश्याम दावंडे (Radheshyam Davande) बाइक चला रहा था, जबकि उसके दो दोस्त 24 वर्षीय विवेक राजभर और 27 वर्षीय रितेश साल्वे पीछे बैठे थे। पुलिस ने बताया कि बाइक दावंडे की थी, उसने हेलमेट नहीं पहना था। जबकि ट्रिपल सीट सवारी भी अपराध है।
अधिकारी ने कहा, जैसे ही वे पिकनिक स्पॉट के पास बिरसा मुंडा चौक पर पहुंचे तो दावंडे ने तेज रफ्तार बाइक से नियंत्रण खो दिया और एक बिजली के खंभे से टकरा गए। टक्कर इतनी भीषण थी कि तीनों हवा में उछलकर बाइक से दूर जा गिरे और गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में कुछ राहगीरों ने पुलिस को हादसे की सूचना दी।
पुलिस तीनों को बालासाहेब ठाकरे ट्रॉमा केयर अस्पताल ले गई। दावंडे और राजभर को अस्पताल पहुंचने पर मृत घोषित कर दिया गया, जबकि साल्वे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। तीनों युवक आरे में यूनिट-22 में रहते थे और हाउसकीपिंग का काम करते थे। रिश्तेदारों ने बताया कि दावंडे ने हाल ही में नई बाइक खरीदी थी। दुर्घटना से पहले वह अपनी पत्नी और बच्चों से मिलकर लौट रहा था।
पुलिस ने कहा कि शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा जाएगा। आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
गुरुवार को युवक की गई थी जान
गौरतलब हो कि आरे कॉलोनी में गुरुवार तड़के चार बजे के करीब गलत दिशा से आ रही महिंद्रा स्कॉर्पियो ने एक बाइक सवार को टक्कर मार दी थी। हादसे में बाइक सवार नवीन मुकेश वैष्णव (24) की मौत हो गई। बाइक को टक्कर मारने के बाद एसयूवी एक बिजली के खंभे से टकरा गई, जिसके बाद आरोपी ने भागने की कोशिश की। हादसे के समय एसयूवी 17 साल का लड़का चला रहा था। उसे भी चोटें आई हैं। पुलिस ने नाबालिग के अलावा एसयूवी के मालिक इकबाल जिवानी (48) और उसके बेटे मोहम्मद फज इकबाल जिवानी (21) के खिलाफ भी केस दर्ज किया। मृतक आरे कॉलोनी का निवासी था और हादसे के समय दूध बेंचने जा रहा था।