मिली जानकारी के मुताबिक, यह घटना नवी मुंबई के एनआरआई इलाके में रहने वाले शरद पाटिल (82) के साथ घटी है। दुबई से लौटने के बाद पीड़ित नवी मुंबई में अपने बेटे के साथ रहता है। हाल ही में एक शख्स ने उन्हें फोन कर दावा किया कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा हमले में उनकी संलिप्तता पाई गई है। इसके अलावा ड्रग तस्करी में भी उनका हाथ है। इसलिए सरकारी एजेंसियां उनके खिलाफ देशद्रोह समेत कई गंभीर अपराधों के लिए कार्रवाई करेंगी। रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपियों ने 12 से 18 मई के बीच शरद पाटिल से कई बार संपर्क किया और उन्हें धमकाया। कार्रवाई से बचने के लिए उनसे 32 लाख रुपये ऐंठ लिए। पीड़ित ने बदनामी के डर से यह बात किसी को नहीं बताई और ठगों के कहने पर 32 लाख 13 हजार 305 रुपये अलग-अलग बैंक खातों में जमा किये।
कुछ दिनों बाद जब पाटिल ने अपने नजदीकी लोगों से घटना की चर्चा की तो उन्हें ठगी के बारे में पता चला। इसके चलते उन्होंने साइबर पुलिस से शिकायत की और रविवार को तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) के साथ-साथ आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है और जांच कर रही है।