Mumbai: फिल्म एक्ट्रेस नगमा हुईं सायबर फ्रॉड का शिकार, शातिर ठगों ने ऐसे लगाया चूना
एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा, ‘आमतौर पर हम बीएमसी के स्कूलों के छात्रों की जांच करते हैं, लेकिन इस बार इस अभियान के तहत हम 18 साल की उम्र तक के सभी बच्चों की जांच कर रहे हैं। अधिकांश बच्चे और किशोर जिन्हें समस्याएँ थीं, उनमें डेंटल, त्वचा, आंख और ऊपरी श्वसन पथ का संक्रमण के मामले सबसे अधिक है। हम यह पता लगा रहे है कि क्या इन बच्चों में किसी को कोई बड़ी बीमारी तो नहीं है। हमने बच्चों को आगे के इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में रेफर कर दिया है।”स्क्रीन किए गए बच्चों की संख्या
अब तक 0 से 6 साल के 1,70,252 बच्चों और 6 से 10 साल के 94,903 और 10 से 18 साल के 1,75,775 बच्चों की स्वास्थ्य जांच की गई है।