ज्ञात हो कि महाराष्ट्र में राज्यसभा की छह सीटों में से तीन पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी और तीन पर एमवीए गठबंधन के उम्मीदवार जीते थे। जिसमें शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के एक-एक उम्मीदवार का समावेश है। दरअसल राज्य की छह सीटों पर सात उम्मीदवार मैदान में थे। इसलिए छठी सीट के लड़ाई हुई और शिवसेना को हार का सामना करना पड़ा। वोटिंग के समय बीजेपी की आपत्ति पर केंद्रीय चुनाव आयोग ने शिवसेना विधायक सुहास कांदे के वोट को अमान्य करार दिया था। इसे लेकर ही शिवसेना विधायक बॉम्बे हाईकोर्ट गए हैं। जिसकी सुनवाई 15 जून को होनी है।
गौर हो कि महाराष्ट्र राज्यसभा चुनाव के दौरान नियमों का उल्लंघन का आरोप बीजेपी की तरफ से लगाया गया था। जिसके कारण वोटों की गिनती देरी से हुई थी। शुक्रवार को वोटिंग खत्म होने के बाद चुनाव आयोग ने रिकॉर्डेड फुटेज देखने के बाद शिवसेना विधायक के वोट को अमान्य करार दिया था। इस चुनाव में शिवसेना को झटका देते हुए बीजेपी ने छठी सीट पर जीत दर्ज की। दरअसल शिवसेना ने दो उम्मीदवार उतारे थे लेकिन संजय राउत ही चुनाव जीत सके और संजय पवार को हार का सामना करना पड़ा। जबकि एनसीपी के नेता प्रफुल्ल पटेल और कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी भी जीतने में कामयाब रहे।