मालूम हो कि सोमवार को चुनाव आयोग ने शिवसेना के उद्धव ठाकरे धड़े को ‘मशाल’ चुनाव चिह्न आवंटित किया था। चुनाव आयोग ने धार्मिक बोध का हवाला देते हुए ‘त्रिशूल’ पर उसका दावा रिजेक्ट कर दिया था। उद्धव गुट के निशान मशाल को लेकर बीजेपी विधायक नितेश राणे ने कहा, “वो मशाल नहीं.. आइस्क्रीम का कोन है… उद्धव ठाकरे का चुनाव निशान मशाल हो नहीं सकता। उस इंसान के भीतर की आग पूरी तरह से समाप्त हो गई है। उस इंसान के हाथ आइस्क्रीम का कोन ही अच्छा लगता है, इसलिए चुनाव आयोग ने भी अच्छा निशान दिया हैं। अब उद्धव और उनका बेटा उस कोन को लेकर घूम रहे हैं।
बता दें कि शिवसेना के प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच विवाद को लेकर इलेक्शन कमीशन ने सोमवार को एक आदेश जारी कर उद्धव ठाकरे गुट के लिए पार्टी के नाम के रूप में ‘शिवसेना – उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ नाम आवंटित किया जबकि राज्य के सीएम एकनाथ शिंदे खेमे को ‘बालासाहेबंची शिवसेना’ नाम आवंटित किया। उद्धव ठाकरे गुट ‘मशाल’ चिह्न पर मुंबई की अंधेरी सीट पर विधानसभा उपचुनाव लड़ेगा।
वहीं, दूसरी तरफ इलेक्शन कमीशन ने मंगलवार को राज्य के सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना के धड़े को चुनाव चिह्न के रूप में ‘दो तलवार और एक ढाल’ का निशान आवंटित किया। शिंदे गुट को अब ‘बालासाहेबंची शिवसेना’ नाम दिया गया है। शिंदे ने चुनाव चिह्न के आवंटन का स्वागत करते हुए कहा कि उनका समूह शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे द्वारा निर्धारित कट्टर हिंदुत्व विचारधारा के लिए सच्चा मार्गदर्शक है।