इस मामले में पुलिस अधिकारी ने बताया कि जवान मनोज यादव के लापता होने के बाद गुरुवार को पालघर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है। वह एक राइफल और 30 कारतूस के साथ लापता है। मनोज यादव एक कॉलोनी में अकेला रहता था। अधिकारियों को उसके आने की आशा थी कि वह कुछ समय बाद वापस लौट आएगा। लेकिन वह अभी वापस नहीं लौटा है। पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां उसकी तलाश कर रही हैं।
बता दें कि देश का पहला परमाणु रिएक्टर 1969 में महाराष्ट्र के तारापुर में शुरू हुआ था। देश के सबसे पुराने और सबसे शक्तिशाली परमाणु उर्जा संयंत्रों में से यह एक है। इस संयंत्र में कुल 4 इकाइयां हैं। इस पावर प्लांट के रिएक्टरों की आपूर्ति अमेरिका ने की थी। इस अनुबंध के 5 साल बाद इस परमाणु संयंत्र का संचालन शुरू हुआ। तारापुर बिजली संयंत्र की शुरूआती बिजली क्षमता 210 मेगावाट थी जो अब बढ़कर 1100 मेगा वाट हो गई है।
तारापुर स्थित देश का पहला परमाणु बिजलीघर भी आधी शताब्दी का सफर पूरा कर चुका है। यह न सिर्फ भारत, बल्कि पूरे एशिया का पहला परमाणु बिजलीघर है। अमेरिका और जर्मनी जैसे विकसित देशों ने अपने गर्म पानी के रिएक्टर (बीडब्ल्यूआर) को 30 साल बाद ही बंद कर दिया था।