अब्दुल सत्तार के बिगड़े बोल, फिर मांगी माफी
Abdul Sattar: महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक विकास मंत्री अब्दुल सत्तार एक बार फिर विवादों में आ गए है। शिवसेना (शिंदे गुट) नेता सत्तार ने अपने जन्मदिन के मौके पर लावनी डांसर गौतमी पाटील का डांस प्रोग्राम रखा था। इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ी। जिसके चलते सारी व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हुईं। भारी पुलिस बंदोबस्त के बावजूद बवाल हुआ। इस दौरान मंच से ही अब्दुल सत्तार ने पुलिस को लाठीचार्ज करने का आदेश दिया। मंत्री जी ने ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया कि जिसे सुनकर किसी भी सभ्य व्यक्ति को शर्म आ जाएगी।
अनर्थ रोकने के लिए ऐसी भाषा बोली…
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता अब्दुल सत्तार के इस रवैये को लेकर विपक्ष आक्रामक हो गया है, वहीं सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी इसे लेकर नाराजगी जाहिर की है। हालांकि हमेशा की तरह इस बार भी अमर्यादित भाषा बोलने के लिए अब्दुल सत्तार ने माफी मांग ली है। सत्तार ने कहा कि विरोधियों ने उनके कार्यक्रम को खराब करने के लिए कुछ लोगों को हुड़दंग करने के लिए भेजा था। अगर वह कड़क होकर नहीं होलते तो आयोजन स्थल पर बड़ा अनर्थ हो सकता था। लेकिन किसी की भावनाएँ आहत हुई हों तो क्षमा मांगता हूँ।
क्यों हुआ बवाल?
संभाजीनगर के सिल्लोड शहर में सोमवार रात को प्रसिद्ध लावनी डांसर गौतमी पाटील का कार्यक्रम रखा गया था। यह कार्यक्रम शिंदे गुट के मंत्री अब्दुल सत्तार के जन्मदिन के मौके पर आयोजित किया गया था। गौतमी के डांस को देखने के लिए करीब 50 हजार लोग पहुंचे थे। गौतमी का डांस शुरू होने के बाद उपद्रव शुरू हो गया। कुछ युवा बेकाबू हो गए। जिसके बाद गुस्साए अब्दुल सत्तार ने मंच से अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए पुलिस को कार्रवाई का निर्देश दिया। मंत्री के आदेश के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
‘कुत्ते की तरह मारो’
चौंकाने वाली बात है कि अब्दुल सत्तार अपने पद की गरिमा भी भूल गए। उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र सिल्लोड में आयोजित कार्यक्रम में खलल डालने वालों को कुत्ते की तरह मारने के लिए कहा। सत्तार ने कहा, उपद्रवियों की मार-मार कर कमर तोड़ दो, 1000 पुलिसकर्मियों की व्यवस्था की गयी है, 50 हजार लोगों को मारने में क्या दिक्कत आ रही है। उन्हें कुत्तों की तरह मारो. इतना मारो की गां*** की हड्डी टूट जाए।