इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की सहयोगी शिवसेना उद्धव गुट ने खुलकर बीजेपी की तारीफ की है। उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेताओं का कहना है कि जबरदस्त सत्ता विरोधी लहर के बावजूद सत्तारूढ़ बीजेपी अपनी सटीक रणनीतियों के कारण जीत गई। कांग्रेस को इस बारे में सोचना चाहिए। जहां भी उसकी बीजेपी से डायरेक्ट फाइट होती है, उसमें उसकी शिकस्त हो जाती है। वहीँ, मौका देखकर उद्धव ठाकरे ने फिर से अपनी पुरानी मांग उठा दी है।
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए अगले महीने चुनाव होने की संभावना है। जिसमें सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और विपक्षी महाविकास अघाडी (एमवीए) गठबंधन के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है। महायुति में शिवसेना (शिंदे गुट), बीजेपी और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी है। जबकि एमवीए गठबंधन में उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना (यूबीटी), शरद पवार की एनसीपी (एसपी) और कांग्रेस शामिल है।
शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह महाराष्ट्र को सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन से बचाने के लिए विपक्षी गठबंधन में सहयोगी कांग्रेस और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) द्वारा घोषित मुख्यमंत्री के किसी भी चेहरे का समर्थन करेंगे।
मुंबई में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा, ‘‘ मैं महाराष्ट्र को बचाने के लिए कांग्रेस या एनसीपी (एसपी) द्वारा घोषित किसी भी मुख्यमंत्री चेहरे का समर्थन करूंगा।’’ इससे पहले उद्धव ठाकरे ने अगस्त में जोर दिया था कि चुनाव के बाद सबसे अधिक सीट जीतने वाले दल द्वारा मुख्यमंत्री चुने जाने के बजाय विपक्षी गठबंधन एमवीए को चुनाव में जाने से पहले मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करना चाहिए। हालांकि ठाकरे की इस मांग को पहले कांग्रेस और फिर एनसीपी (एसपी) मुखिया शरद पवार ने नकार दिया. दोनों ने कहा कि चुनाव बाद संख्याबल के आधार पर मुख्यमंत्री का चेहरा तय किया जाएगा। लेकिन अब हरियाणा में हार के बाद खासकर कांग्रेस पर दबाव बढ़ गया है।