रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने इस संबंध में बीजेपी आलाकमान को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है। हाल ही में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर मुंबई आए थे। इस दौरे के दौरान उन्होंने महायुति के नेताओं के साथ बैठकें कीं। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के ही नेतृत्व में महायुति विधानसभा चुनाव लड़ेगी। लेकिन बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी का गठबंधन मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा अभी नहीं करेगा।
इस बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है। शिवसेना में बगावत के बाद राज्य में यह पहला विधानसभा चुनाव है। भले ही शिंदे को शिवसेना पार्टी का नाम और धनुष-बाण चुनाव चिह्न मिल गया है, लेकिन उनके सामने इस चुनाव में यह साबित करने की चुनौती है कि वह बालासाहेब ठाकरे के विचारों के सच्चे उत्तराधिकारी हैं।
बीजेपी के सामने रखा प्रस्ताव
एकनाथ शिंदे ने बीजेपी से 288 में से 107 सीटें मांगी हैं। उन्होंने इस बारे में बीजेपी हाई कमांड को विस्तृत रिपोर्ट दी है। इसमें प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में जाति समीकरण, महायुति में सहयोगियों की तुलना में शिवसेना उम्मीदवार की ताकत आदि के बारे में बताया गया है। साथ ही सीट बंटवारे में अगर शिवसेना को 107 सीटें मिलती हैं तो शिवसेना से कौन उम्मीदवार होगा, इसकी सूची भी रिपोर्ट के साथ दी गई है। यानी शिंदे सेना ने 107 सीटों के लिए उम्मीदवारों का चयन कर चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है।
उद्धव ठाकरे को टक्कर देने का प्लान
शिंदे की शिवसेना उन सीटों पर अधिक जोर दे रही हैं जहां महाविकास अघाड़ी में शामिल उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) के चुनाव लड़ने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, एकनाथ शिंदे मुंबई, ठाणे और मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) में ज्यादा सीटें चाहते हैं। इस इलाके में शिवसेना का अच्छा दबदबा माना जाता है। खबर है कि महायुति में बड़े भाई की भूमिका निभा रही बीजेपी भी शिंदे सेना बनाम ठाकरे सेना की रणनीति के पक्ष में नजर आ रही है। इसके लिए बीजेपी ने कुछ सीटों की अदला-बदली करने की तैयारी भी की है ताकि शिंदे की शिवसेना और ठाकरे की शिवसेना (UBT) में सीधा मुकाबला हो सके।
लोकसभा चुनाव 2024 में एकनाथ शिंदे की शिवसेना और उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) के बीच राज्य की 13 सीटों पर सीधा मुकाबला था। शिंदे ने इनमें से 7 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की। जबकि बाकि 6 सीटें ठाकरे खेमे की झोली में गई।