उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा शिवसेना की युति टूट गई । शिवसेना का साथ छोड़कर भाजपा ने सरकार बनाने की प्रयास किया लेकिन बहुमत साबित नही कर पाने की वजह से मुख्यमंत्री बने देवेंद्र फडणवीस को मात्र 80 घंटों में अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था । और भाजपा सत्ता से दूर हो गई । इसके बाद शिवसेना ने कांग्रेस -एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बना लिया। ऐसे में सत्ता हाथ से फिसल जाने से खफा भाजपा के विधायकों में शिवसेना के प्रति रोष काफी ज्यादा है । नागपुर में चल रहे विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में भाजपा विधायकों का गुस्सा शिवसेना के प्रति साफ देखने को मिल रहा है। 2 दिन पहले भाजपा व शिवसेना के विधायकों में धक्का-मुक्की भी हो गई थी । विपक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस जहां आक्रामक होकर शिवसेना को दबाने का हर प्रयास कर रहे हैं तो वहीं शिवसेना के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शांत तरीके से अपने तेज तर्रार अंदाज में जवाब जवाब दे रहे हैं । मुख्यमंत्री ठाकरे की ओर से आमंत्रित रात्रि भोज में क्या होगा , कौन सी राजनीतिक बिसात बिछेगी यह तय करना मुश्किल है।