महाराष्ट्र में बीजेपी सबसे ज्यादा 132 सीटों पर जीती है। इसके बाद महायुति में शिवसेना (एकनाथ शिंदे) 57 सीटों पर और एनसीपी (अजित पवार) 41 सीटों पर जीती है। दूसरी ओर एमवीए में कांग्रेस को 16 सीटें, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) को 20 सीटें और एनसीपी (शरद पवार) को 10 सीटें मिलीं।
जबकि निर्दलीय व अन्य को कुल 12 सीटें मिली हैं. राज्य में सरकार बनाने को लेकर किसी पार्टी या गठबंधन के लिए बहुमत का आंकड़ा 145 है। नतीजों से यह तय हो गया कि राज्य में महायुति की फिर से सरकार बनेगी। हालांकि अभी तक मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इसको लेकर सस्पेंस कायम है।
सूत्रों का कहना है कि बीजेपी से ही महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री होगा, इसमें भी सबसे आगे देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) का नाम है। हालांकि शिवसेना के तमाम नेता और विधायक चाहते है कि एकनाथ शिंदे ही राज्य के सीएम रहें।
इस बीच, महायुति में शामिल एनसीपी ने भी फडणवीस के नाम पर हामी भर दी है। खबर है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने भी फडणवीस के नाम को हरी झंडी दे दी है।
ऐसी खबरें आ रही हैं कि मुख्यमंत्री पद के लिए आरएसएस और बीजेपी आलाकमान की पहली पसंद देवेंद्र फडणवीस है। दरअसल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी और महायुति को प्रचंड बहुमत दिलाने में फडणवीस की अहम भूमिका रही है।
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक, अजित पवार की पार्टी एनसीपी ने ऐलान किया है कि उसे देवेंद्र फडणवीस के नाम पर कोई आपत्ति नहीं है। मुख्यमंत्री पद के लिए अभी तक देवेंद्र फडणवीस के नाम की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। संघ के किसी भी वरिष्ठ नेता ने अब तक इस पर खुलकर कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन सूत्र बता रहें है कि आरएसएस के स्वयंसेवक रहे फडणवीस ही सीएम के रेस में सबसे आगे हैं।
बताया जा रहा है कि आज शाम दिल्ली में होने वाली वरिष्ठ नेताओं की बैठक में महाराष्ट्र के सीएम के तौर पर देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर लगने की संभावना है। दूसरी ओर, शिवसेना के सभी नेता और विधायक चाहते हैं कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बनें। इसलिए यह कहना गलत नहीं होगा कि महायुति में मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी भी खींचतान कायम है।