पुलिस के मुताबिक, पुरुषोत्तम पुट्टेवार की हत्या 300 करोड़ की पारिवारिक संपत्ति के लिए उनकी बहू अर्चना पुट्टेवार (Archana Puttewar) ने करवाई है। टाउन प्लानिंग विभाग में सहायक निदेशक अर्चना पुट्टेवार को पुलिस ने पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया। मृतक बुजुर्ग का बेटा और अर्चना का पति मनीष पुट्टेवार (Manish Puttewar) पेशे से डॉक्टर हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अर्चना ने अपने ससुर की हत्या को दुर्घटना की तरह दिखाने के लिए एक करोड़ रुपये खर्च किए। ससुर को मारने के लिए पुरानी कार खरीदने के लिए आरोपी को पैसे दिए। साथ ही लाखों रुपये हत्यारों के खाते में भेजे
अधिकारी ने कहा कि 53 वर्षीय बहू ने कथित तौर पर अपने पति के ड्राइवर बागड़े और दो अन्य आरोपियों- नीरज निमजे और सचिन धार्मिक के साथ मिलकर इस हत्या की साजिश रची। पुलिस ने सभी के खिलाफ हत्या और अन्य आईपीसी धाराओं और मोटर वाहन अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। दो कारें, सोने के आभूषण और मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं।
पुलिस की जांच में पता चला है कि 22 मई को घटना वाले दिन पुरुषोत्तम पुट्टेवार अपनी पत्नी शकुंतला से मिलने अस्पताल गए थे। उनकी पत्नी की कुछ दिन पहले सर्जरी हुई थी। अस्पताल से वापस लौटते समय नागपुर के मानेवाड़ा चौक के पास एक कार ने उन्हें कुचल दिया। यह घटना एक सीसीटीवी में कैद हो गई, जिसमें पीछे से आ रही कार पुरुषोत्तम को जानबूझकर टक्कर मारती दिख रही है।
नागपुर पुलिस कमिश्नर रवींद्र सिंघल ने बताया कि हत्या के पीछे की वजह संपत्ति विवाद है। दरअसल पुरुषोत्तम अपनी करोड़ों की संपत्ति में से कुछ हिस्सा अपनी बेटी को भी देना चाहते थे। इसको लेकर परिवार में कई दिनों से कलह चल रही थी। इस पूरे मामले में बहू सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच जारी है।