मौसम विभाग (आईएमडी) स्थिति पर करीब से नजर बनाये हुए और नियमित अपडेट जारी कर रहा है। अभी के जो संकेत है उसके मुताबिक, 22-23 अक्टूबर के आसपास अरब सागर में चक्रवात बन सकता हैं। इस बीच, आज (19 अक्टूबर) जारी मौसम पूर्वानुमान में आईएमडी ने बताया कि 23 अक्टूबर तक मुंबई व उपनगरों में बारिश की कोई संभावना नहीं है।
अगले 48 घंटे अहम
आईएमडी अरब सागर में चक्रवाती परिसंचरण की गति पर पैनी नजर बनाये हुए है, अभी तक चक्रवात की तीव्रता और मार्ग का पता नहीं चला है। लेकिन अगले दो दिनों में मध्य अरब सागर के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के तीव्र होकर डिप्रेशन में बदलने की उम्मीद है।
मुंबई में गर्मी से राहत कब?
उधर, बंगाल की खाड़ी में चक्रवात के कारण मुंबई में तापमान में वृद्धि हुई है। चक्रवात के प्रभाव से जमीनी बयार लंबे समय तक जारी है और दिन में गर्मी बढ़ी है। हालांकि रात का तापमान गिरकर 22-23 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। 23 अक्टूबर के बाद गर्मी से राहत मिलने की संभावना है। कम दबाव के क्षेत्र के आगे बढ़ने पर मुंबई में दिन के तापमान में गिरावट आने की संभावना है।
शनिवार को बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है, जो धीरे-धीरे ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तट की ओर बढ़ेगा, जिससे तटीय क्षेत्रों के साथ-साथ अंदरूनी हिस्सों में बारिश होगी।
‘तेज’ का मुंबई और पुणे पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
यदि अरब सागर में चक्रवाती परिसंचरण तेज होकर चक्रवात ‘तेज’ में बदल जाता है और महाराष्ट्र के पास टकराता है तो मुंबई, पुणे और कोंकण क्षेत्र में मौसम का मिजाज बदल जाएगा। इससे तापमान में गिरावट होगी और बारिश की भी संभावना है।
क्या मुंबई से टकराएगा तूफान ‘तेज’?
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अभी यह निश्चित रूप से कहना जल्दबाजी होगी कि चक्रवात तेज मुंबई से टकराएगा या नहीं। आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि संभावित चक्रवात तेज 21 अक्टूबर के आसपास मध्य अरब सागर के ऊपर डिप्रेशन में तब्दील हो सकता है। इसके बाद चक्रवाती तूफान के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की उम्मीद है और संभावित रूप से 23-24 अक्टूबर के आसपास गुजरात या महाराष्ट्र के तट से टकरा सकता है।
मौसम के कुछ जानकारों का दावा है कि चक्रवात तेज के ओमान-पाकिस्तान की ओर बढ़ने की संभावना है। इसलिए मुंबई और महाराष्ट्र पर इसका कोई असर होने की संभावना नहीं है। मुंबई में गर्मी और उमस बनी रहेगी। हालांकि, अरब सागर में अभी तक कोई चक्रवाती तूफान विकसित नहीं हुआ है और मौसम विभाग स्थिति पर नजर बनाए हुए है।