फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा केस- सीएम
बदलापुर में नागरिक रेलवे ट्रैक पर उतर आए है और सेंट्रल रेलवे का ट्रैफिक जाम कर दिया। भारी विरोध को देखते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया है। इस बीच, घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों से बातचीत करने के लिए महाराष्ट्र के मंत्री गिरीश महाजन बदलापुर स्टेशन पहुंचे है।
स्कूल परिसर में पथराव, भारी पुलिस बल तैनात-
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस दरिंदे ने यह घिनौना कृत्य किया है उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा। साथ ही इस तरह की घटना दोबारा न हो, इसके लिए संस्थान संचालकों, स्कूलों जैसे सभी के लिए एक नियमावली तैयार की जाएगी।
SIT करेगी जांच- डिप्टी CM
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बदलापुर में हुई घटना की जांच के लिए पुलिस महानिरीक्षक स्तर की वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आरती सिंह की अध्यक्षता में एसआईटी (SIT) के गठन का आदेश दिया है। ठाणे पुलिस आयुक्त को भी आज मामले को फास्ट-ट्रैक कोर्ट में ले जाने के लिए एक प्रस्ताव प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया है ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।
हरकत में आया शिक्षा विभाग
वहीँ, इस घटना पर महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा, “ये बहुत ही दुखद घटना है। राज्य शिक्षा विभाग की पूरी मशीनरी सक्रिय हो गई है। हमने पुणे और मुंबई के 4 आईएएस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। हम पता लगा रहे हैं कि स्कूल में सीसीटीवी क्यों काम नहीं कर रहा था…शिकायत देने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई इसलिए सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर का तबादला कर दिया गया है। हम इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाएंगे और सुनिश्चित करेंगे कि आरोपियों को अधिकतम सजा मिले… हमारा पूरा विभाग यहां मौजूद है और छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है…”
स्कूल प्रशासन ने मांगी माफी, प्रिंसिपल सस्पेंड
बदलापुर के एक पुराने इंग्लिश मीडियम स्कूल में कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए सफाई कर्मचारी ने साढ़े तीन साल की दो बच्चियों का टॉयलेट में यौन शोषण किया। 24 वर्षीय आरोपी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में चार दिन बाद आखिरकार स्कूल प्रशासन ने अपना पक्ष रखा है और सभी अभिभावकों से सार्वजनिक माफी मांगी है। इसके साथ ही स्कूल प्रबंधन ने प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि क्लास टीचर और आया को नौकरी से निकाल दिया गया है। स्कूल ने उस ठेकेदार के साथ भी अनुबंध रद्द कर दिया है जिसने आरोपी को भेजा था। यह मामला गुरुवार को तब सामने आया जब एक बच्ची ने अपने दादा को आरोपी द्वारा यौन शोषण के बारे में बताया। नर्सरी में पढ़ने वाली पीड़िता ने बताया कि आरोपी उसे और उसकी सहेली को शौचालय में ले जाकर गंदा काम करता था।