मुंबई के चर्चित कॉर्डेलिया क्रूज शिप ड्रग मामले की जांच के बाद से चर्चा में आए आईआरएस अधिकारी समीर वानखेड़े के खिलाफ ज्ञानेश्वर सिंह की अगुवाई वाली एनसीबी की विजिलेंस टीम ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट डायरेक्टर को सौंपी थी। जिसमें आरोप लगाया था कि वानखेड़े और उनकी टीम के कुछ अधिकारियों ने क्रूज ड्रग मामले में गिरफ्तार किए गए आर्यन खान ड्रग्स केस में भारी अनियमितता बरती। इस मामले में संदिग्ध अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की गई हैं। जबकि वानखेड़े को मुंबई से चेन्नई ट्रांसफर कर दिया गया।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने दिए है जांच के आदेशइस बीच, समीर वानखेड़े ने एनसीबी अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह के खिलाफ एनसीएससी से शिकायत की और सिंह पर उनका उत्पीड़न करने का आरोप लगाया। जिसके बाद एनसीएससी ने ज्ञानेश्वर सिंह के खिलाफ लगाए गए उत्पीड़न के आरोपों की जांच के आदेश दिए। एनसीएससी ने प्रारंभ में पाया कि इस मामले में भेदभाव और उत्पीड़न प्रतीत हो रहा है।
इसके साथ ही एनसीएससी ने यह भी निर्देश दिया है कि जब तक एनसीएससी के पास यह मामला लंबित है, तक तक इस मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। वानखेड़े ने सिंह द्वारा उत्पीड़न और अत्याचार का आरोप लगाया है।
बता दें कि हाई-प्रोफाइल क्रूजर पार्टी ड्रग्स मामले में गिरफ्तार आरोपियों में बॉलीवुड मेगा-स्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान भी शामिल थे। तत्कालीन एनसीबी मुंबई जोनल निदेशक ने क्रूज शिप पर छापा मारा था। लेकिन आर्यन खान को बाद में कोर्ट से क्लीन चीट मिल गई। जबकि एनसीबी जांच में वानखेड़े के नेतृत्व में छापेमारी में शामिल 7-8 अधिकारियों पर ही आरोप लग गए।