एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने बाद में कहा, मैंने जब यह कहा था कि हर प्रवक्ता को अपने दल के बारे में बोलना चाहिए। यह बात कहते समय मैंने किसी का नाम नहीं लिया था, इसलिए कोई इसे खुद पर क्यों ले रहा है। हालांकि संजय राउत ने आज फिर कहा कि उनके और अजित पवार के बीच कोई विवाद नहीं है।
एक मीडियाकर्मी ने अजित पवार से पूछा, आपके स्पष्टीकरण के बाद भी, संजय राउत ने कहा कि अजित पवार अपना पक्ष रखेंगे, ऐसी सलाह उन्होंने दी है। यह सवाल आते ही अजित पवार ने तुरंत कहा, ”कौन हैं संजय राउत?” जिस पर पत्रकार ने जवाब दिया, ‘शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राउत’. तब अजित पवार ने जवाब में कहा ‘मैंने किसी का नाम नहीं लिया, तो कोई इसे आपने पर क्यों ले रहा है?’ उन्होंने मीडिया से उनके बारे में सारे संदेह दूर करने की अपील भी की।
बीजेपी के साथ जाने की अफवाहों के बाद मंगलवार को अजित पवार ने सफाई दी थी। तब अजित पवार ने बिना नाम लिए संजय राउत को फटकार लगाई थी। पवार ने कहा था, “कोई बाहरी हमारी पार्टी की पैरवी न करे। एनसीपी के प्रवक्ता हमारी पार्टी के बारे में बात करने में सक्षम है।“
फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस में संजय राउत ने अजित पवार के बयान की आलोचना की। राउत ने कहा था, मैं सच बोलना जारी रखूंगा। मैं किसी के बाप से नहीं डरता। पवार के बयान से नाराज राउत ने कहा, “मैं महाविकास अघाडी (MVA) का चौकीदार हूं। एमवीए की वकालत करने के लिए आप मुझे क्यों कोस रहे हैं? एमवीए में हर दल मजबूत रहे, वह टूटे नहीं यही मेरी भूमिका होती है। जब शिवसेना में फूट पड़ी तो आपने हमारी भी पैरवी की थी। अगर कोई मुझे सच बोलने के लिए निशाना भी बनाता है, तो भी मैं पीछे नहीं हटूंगा, मैं सच बोलता रहूंगा।