कांग्रेस नेता नगमा ने बताया कि उन्होंने मैसेज में मिले लिंक पर इसलिए क्लिक किया क्योंकि वह निजी नंबर से नहीं भेजा गया था। उन्होंने कहा, “मुझे मैसेज पर विश्वास था क्योंकि यह बैंक द्वारा भेजे गए मैसेज से मिलता जुलता था और यह निजी नंबर भी नहीं था। धोखाधड़ी तब हुई जब मैंने रात में लिंक पर क्लिक किया। मुझे तुरंत बैंक से होने का दावा करने वाले एक व्यक्ति का फोन आया।“
मुंबई पुलिस के अधिकारी ने बताया कि अभिनेत्री नगमा से केवाईसी साइबर धोखाधड़ी गिरोह ने 99,998 रुपये की ठगी की। शिकायत मिलने पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 420,419,66सी और 66डी के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले में आगे की जांच जारी है।
नगमा ने दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में बताते हुए कहा, “उसने मुझसे कहा कि वह केवाईसी अपडेट को पूरा करने के लिए मुझे गाइड करेगा। जालसाज ने मेरे फोन का रिमोट एक्सेस हासिल कर लिया। हालांकि मैंने लिंक पर कोई डिटेल्स नहीं भरा, लेकिन जालसाज ने मेरे इंटरनेट बैंकिंग में लॉग इन करने के बाद लाभार्थी खाता बनाया और एक नेशनल बैंक में एक लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए।“
नगमा ने आगे खुलासा किया कि उन्हें कई वन-टाइम पासवर्ड (OTP) मिले, जिससे पता चला कि ठग ने पैसे निकालने के 20 से अधिक बार प्रयास किया था। नगमा ही नहीं बल्कि एक और एक्ट्रेस श्वेता मेनन (Shweta Menon) ने भी दावा किया कि उन्हें ऑनलाइन फ्रॉड में 57,636 रुपये का नुकसान हुआ है।
अपराध शाखा की संयुक्त पुलिस आयुक्त लख्मी गौतम ने बताया कि जालसाज टेक्स्ट मैसेज में फ़िशिंग लिंक भेजकर ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करते हैं। वे उपभोक्ताओं के बीच यह कहते हुए तनाव पैदा करते हैं कि यदि उन्होंने अपने केवाईसी को अपडेट नहीं किया तो उनके बैंक खाते को ब्लॉक कर दिया जाएगा। छात्र, बुजुर्ग, मजदूर, मीडिया पेशेवर, बीएमसी कर्मचारी, डॉक्टर, मनोचिकित्सक, इंजीनियर और व्यापारी आदि सभी केवाईसी धोखाधड़ी के शिकार बनते हैं।