घाटकोपर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शनिवार को 13 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी कथित तौर पर नालासोपारा (Nalasopara) के अचोले इलाके में अवैध रूप से रह रहे थे।
पिछले महीने पुलिस को अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशी नागरिक अहमद मिया शेख के बारे में टिप मिली थी, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। उसने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि 13 अन्य लोग भी भारतीय नागरिक बनकर रह रहे हैं।
जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों ने अवैध रूप से भारतीय सीमा पार कर पश्चिम बंगाल के रास्ते देश में प्रवेश किया था। गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशियों की पहचान तैबुर अजगर शेख, आलम अजगर शेख, मिजानूर सलाम शेख, अब्दुल सिराज शेख, मुराद मिजानूर शेख, रत्ना तैबुर शेख, अमीना मुराद शेख, सबीना अब्दुल्ला शेख, कोहिनूर मिजानूर शेख और चार नाबालिग शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि संदिग्धों से पूछताछ में अवैध रूप से रह रहे और बांग्लादेशी नागरिकों के बारे में जानकारी मिलने की संभावना है।
कार्रवाई जारी रहेगी- शिंदे
महाराष्ट्र में बांग्लादेश से आए अवैध प्रवासियों पर जारी कार्रवाई पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “उन्हें बांग्लादेश भेजा जा रहा है। यह कार्रवाई तेजी से की जा रही है…केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी इस पर एक बैठक की अध्यक्षता की थी, इस मुद्दे को गंभीरता से लिया गया है। देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।”
घुसपैठ का रेट तय!
बताया जा रहा है कि बांग्लादेश से भारत में घुसपैठ करवाने का पूरा नेटवर्क एक्टिव है। जो न सिर्फ घुसपैठ करवाता है बल्कि भारत में मौजूद बांग्लादेशियों को उनके देश जाने और दोबारा वहां से लौटने में भी मदद करता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरक्षित समतल जमीन से भारत में घुसपैठ करवाने के बदले प्रति व्यक्ति 12 से 15 हजार रुपये लिए जाते है। जबकि बांग्लादेशियों को दुर्गम रास्तों से भारत आने के लिए दलालों को 7-8 हजार रुपये देने पड़ते हैं। वहीँ, समुद्र के रास्ते भारत आने के लिए दलालों को 2 से 4 हजार रुपये चुकाने पड़ते हैं। भारत में आने पर उन्हें 2 हजार रुपये में फेक आधार कार्ड भी बनवाकर दिया जाता है।