नागपुर के कलेक्टर ने बताया कि दोनों नए मामले अभी संदिग्ध है और एक निजी प्रयोगशाला द्वारा उनके रिपोर्ट जारी किए गए है। फ़िलहाल आईसीएमआर (ICMR) से जुड़ी प्रयोगशाला से कोई पुष्टि नहीं हुई थी। एम्स वायरोलॉजी को सैंपल भेज दिए गए हैं। हालांकि अब दोनों मरीज ठीक हो गए हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है।
इस बीच, देश में फैल रहे एचएमपीवी वायरस को लेकर महाराष्ट्र का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। कोरोना वायरस की तरह ही इसके भी प्रमुख लक्षण सर्दी-खांसी और बुखार है। इसलिए ऐसे मरीजों का सर्वे करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा अधिकारियों के लिए निर्देश जारी किया गया है। जिसमें राज्य के सभी उप-निदेशकों, सिविल सर्जनों और जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) और इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों (ILI) के मामलों की निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर ने गुरुवार को अहम बैठक बुलाई है। उन्होंने कहा, एचएमपीवी वायरस को लेकर सरकार गंभीर है। नागरिकों को घबराने की कोई जरुरत नहीं है। गुरुवार को मुंबई में स्वास्थ्य विभाग की बैठक होगी। बैठक के बाद इस बीमारी को लेकर दिशा-निर्देशों जारी किये जाएंगे। उन्होंने अफवाहों पर भरोसा नहीं करने की भी अपील की।
कोरोना जैसे है लक्षण
एचएमपीवी संक्रमण और कोरोना वायरस के लक्षण मिलते-जुलते हैं। आमतौर पर इससे संक्रमित व्यक्ति को खांसी, बुखार और सर्दी होती है। एचएमपीवी मेटान्यूमोवायरस जीन का एक आरएनए वायरस है। इससे सबसे ज्यादा खतरा बच्चों और बुजुर्गों को होता है। इसके बचाव के लिए लोगों से भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने, मास्क पहनने और अपने हाथों को साफ करने की सलाह दी जा रही है। एचएमपीवी संक्रमण को ठीक करने के लिए फ़िलहाल कोई वैक्सीन नहीं बनी है। हालाँकि, इससे मौत के मामले बहुत दुर्लभ हैं।
HMPV वायरस से ऐसे करें बचाव
खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को रुमाल या टिशू पेपर से ढक लें अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी या फिर अल्कोहल-आधारित सैनिटाइज़र से साफ करें बुखार, खांसी और छींक आ रही है तो सार्वजनिक स्थानों से दूर रहें खूब पानी पियें और पौष्टिक भोजन करें
ये न करें-
हाथ मिलाना टिशू पेपर और रुमाल का फिर से इस्तेमाल न करें बीमार व्यक्ति के करीब जाने से बचें आंख, नाक और मुंह को बार-बार न छुएं।