सरपंच को पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटा, डरकर गांव छोड़ गया पूरा परिवार, सामने आई सच्चाई
sarpanch brutally beaten : सरपंच हरदेव ने पोरसा थाने में अंबाह एसडीओपी रवि भदौरिया से मुलाकात कर बताया- ‘मैं गांव से अपना घर छोड़कर नहीं गया था, बल्कि अपने बेटे का सामान गोहद स्थित उसके ससुराल रखने गया था।
sarpanch brutally beaten :मध्य प्रदेश के मुरैना जिले ( morena district ) के पोरसा की कौंथरकलां पंचायत के अनुसूचित जाति के सरपंच हरदेव बाल्मीकि के साथ 3 जून को साधु सिंह तिराहे पर मारपीट करने वाले दो आरोपियों पिंकू उर्फ धीरेंद्र तोमर और बड़े उर्फ दिवाकर तोमर निवासी कौंथरकलां के विरुद्ध पोरसा थाना पुलिस ने मारपीट समेत अजा-जजा उत्पीड़न की धाराओं में केस दर्ज ( FIR ) कर लिया है। वहीं, पुलिस ने एक आरोपी बड़े उर्फ दिवाकर तोमर को गिरफ्तार भी कर लिया है।
इधर, सरपंच हरदेव ने पोरसा थाने में अंबाह एसडीओपी रवि भदौरिया से भी मुलाकात की और उन्हें बताया कि मैं गांव से अपना घर छोड़कर नहीं गया था बल्कि अपने बेटे का सामान उसकी ससुराल गोहद में रखने गया था। सरपंच हरदेव बाल्मीकि ने अपने ही गांव में रहने वाले बड़े उर्फ दिवाकर तोमर और पिंकू उर्फ धीरेंद्र तोमर के ऊपर मारपीट करने, पंचायत में काम न करने देने और पेड़ से बांधकर पीटने सहित गांव छोड़ने का आरोप लगाया था।
जांच-पड़ताल में यह बात भी सामने आई है कि सरपंच हरदेव बाल्मीकि के विरुद्ध आरोपी पिंकू उर्फ धीरेंद्र तोमर ने कुछ समय पहले जनपद सीईओ, जिला पंचायत सीईओ सहित भोपाल में बैठे विभागीय अधिकारियों को लिखित आवेदन भेजकर शिकायत की थी कि कौंथरकलां पंचायत में सरपंच हरदेव बाल्मीकि, प्रभारी सचिव और रोजगार सहायक बलवीर सिकरवार ने 18 से 20 अर्दन डैम का निर्माण कराया है। ये सभी डैम जेसीबी से बनाकर ग्रामीणों के नाम से फर्जी मस्टर रोल भरकर भुगतान निकाला गया है, हालांकि मामला अभी जांच में है।
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