scriptपत्रिका इम्पैक्ट: 132 स्कूल भवनों की मरम्मत में हुए 39.96 करोड़ के फर्जीवाड़े की तीन विभाग के इंजीनियर करेंगे जांच | Patrika Impact: Engineers of three departments will investigate the fraud of Rs 39.96 crore in the repair of 132 school buildings | Patrika News
मोरेना

पत्रिका इम्पैक्ट: 132 स्कूल भवनों की मरम्मत में हुए 39.96 करोड़ के फर्जीवाड़े की तीन विभाग के इंजीनियर करेंगे जांच

– जिला पंचायत सीइओ ने दिए जांच के निर्देश, प्रति स्कूल भवन की मरम्मत के लिए आए थे तीन लाख रुपए
– बांसी व हिंगोना में फर्म ने काम भी नहीं कराया फिर भी राशि निकाली

मोरेनाOct 09, 2024 / 10:20 pm

Ashok Sharma

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मुरैना. करोड़ों रुपए की राशि से जिले के 132 हाईस्कूल व हायरसेकेंडरी स्कूलों के भवनों की मरम्मत के नाम पर हुए फर्जीवाड़े की जांच के आदेश जिला पंचायत सीइओ डॉ. इच्छित गढ़पाले ने किए हैं। उन्होंने जांच के लिए तीन विभागों के इंजीनियरों की टीम बनाई है जो फर्जीवाड़े की जांच करके रिपोर्ट सीइओ को सौंपेगी। पत्रिका ने 03 सितंबर को पत्रिका ने ‘स्कूल की छत से टपक रहा पानी, शासन से मिले तीन लाख रुपए से सीमेंट का घोल बनाकर डाला’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी जिसे प्रशासन ने गंभीरता से लिया है।
यहां बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा मिशन के तहत जिले के 132 हाईस्कूल व हायरसेकेंडरी स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए 39.96 करोड़ की राशि आई थी। इनमें से 93 स्कूलों की मरम्मत का 27.90 करोड़ रुपए का भुगतान पहली बार में कर किया गया। शेष भुगतान बाद में किया गया है। कुछ अपात्र स्कूल भवन थे, उनके नाम पर भी पैसा निकाला जा चुका है। भवनों की मरम्मत कराने के लिए 30 के करीब फर्मों को काम दिया गया। इन स्कूलों की मरम्मत का कार्य नवंबर 2022 से मार्च 2023 के बीच कराया गया था। एक स्कूल भवन की मरम्मत के लिए 3 लाख रुपए आया था। जिन फर्मो से काम कराया गया है, उनमें से कुछ नेताओं की तो कुछ अधिकारियों की फर्म शामिल हैं, इसलिए जिला शिक्षा अधिकारी चुप्पी साधे हुए थे लेकिन प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए जांच के आदेश कर दिए हैं। जांच आरइएस, मनरेगा और जिला शिक्षा केन्द्र के इंजीनियर करेंगे।
इनकी प्राथमिकता से हो जांच
शासकीय हाईस्कूल उम्मेदगढ़ बांसी के लिए भी 3 लाख रुपए आए थे चूंकि यहां बिल्डिंग नई बनी थी और स्कूल मैंनेजमेंट कमेटी ने पुताई करवाई थी। उसके बाद भी संचालनालय भोपाल के एक अधिकारी के भतीजे ने फर्जी बिल लगाकर भुगतान ले लिया है। शासकीय बालक उमावि क्रमांक दो गणेश पुरा मुरैना, शासकीय हाईस्कूल शिवलाल का पुरा, शासकीय हाईस्कूल मुरैना गांव और शासकीय हाईस्कूल हिंगोना की बिल्डिंग ही नहीं हैं फिर भी वाउचर लगाकर भुगतान निकाल लिया। इनकी जांच से ही फर्र्जीवाड़े का खुलासा हो जाएगा।
इन फर्मों ने किए कार्य
शिक्षा विभाग ने जिन फर्मों से काम कराए उनमें एन के बी कंसट्रेक्शन, पीएस इंटरप्राइजेज, एल एम कंसटे्रक्शन, चैतन्य कंसट्रेक्शन, एम एस अंकित इंटरप्राइजेज, आर्यन कंस्ट्रंक्शन, आर एम आर, जय बजरंग सहित करीब 30 फर्म शामिल हैं। इनमें से चार फर्म इंदौर की और चार फर्म स्थानीय नेताओं के परिजन या रिश्तेदारों की हैं। चार फर्म शिक्षा विभाग के एक अधिकारी की बताई गई हैं। इनमें से सबसे अधिक कार्य एल एम, एम एस अंकित, चैतन्य, एन के बी ने कराए हैं।
कहां कितने स्कूलों की हुई मरम्मत
विखं स्कूल संख्या
पोरसा 16
अंबाह 17
मुरैना 34
जौरा 12
पहाडगढ़़ 15
कैलारस 15
सबलगढ़ 23
कथन
  • जिले के 132 स्कूल भवनों के मेंटेनेंस के लिए प्रति विद्यालय तीन लाख रुपए आए थे। शिकायत मिली है कि इन स्कूल भवनों की मरम्मत में गुणवत्ताहीन कार्य किया गया है। इनकी जांच के लिए तीन विभाग के इंजीनियर्स की टीम बनाई है जो फिलहाल 30-35 स्कूल भवनों की जांच करेंगे और आवश्यकता पड़ी तो सभी स्कूल भवनों की जांच कराएंगे। जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
    डॉ. इच्छित गढ़पाले, सीइओ, जिला पंचायत, मुरैना

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