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मोरेना

अधिकारियों में इच्छा शक्ति नहीं इसलिए नहीं हटा पा रहे बाजार से अतिक्रमण

– हर किसी का दर्द, अतिक्रमण मुक्त और साफ सुथरा हो हमारा शहर
– सिर्फ हवाई साबित हुए अधिकारियों के निर्देश

मोरेनाOct 12, 2024 / 01:25 pm

Ashok Sharma

मुरैना. शहर में नासूर बनी अतिक्रमण की समस्या को लेकर व्यापारियों सहित आम नागरिक भी परेशान हैं। हर किसी का दर्द है कि हमारा शहर साफ सुथरा और अतिक्रमण मुक्त हो, जिससे लोगों को बाजार में आवागमन में सुविधा हो।
व्यापारी व आम नागरिकों का कहना हैं कि पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों की दृढ़ इच्छा शक्ति के अभाव है इसलिए शहर का अतिक्रमण नहीं हट पा रहा है। बाजार में न तो पार्किंग व्यवस्थित है और न स्थाई व अस्थाई अतिक्रमण हट पा रहा है। नतीजा यह है कि बाजारों से वाहन तो दूर पैदल भी निकलना मुश्किल हो गया है। खासकर शहर के सदर बाजार, मारकंडेश्वर बाजार, नाला नंबर दो, रुई की मंडी, लोहिया बाजार, सिकरवारी बाजार, पसारी बाजार, छोटी बजरिया, झंडा चौक प्रमुख बाजार हैं इनमें पसरा स्थाई व अस्थाई अतिक्रमण हट जाए, हाथ ठेले व्यवस्थित हो जाएं तो काफी राहत मिल सकती है। लोगों ने कहा कि प्रशासन व नगर निगम की प्लानिंग सिर्फ बैैठकों तक ही सीमित रहती हैं, अगर प्लानिंग पर सख्ती से अमल किया जाए तो बाजारों में काफी राहत मिल सकती है। व्यापारियों ने तो यहां तक कहा है कि बाजार की स्थिति किसी गांव से कम नहीं हैं, जहां मन आया वहां वाहन खड़ा कर दिया और लोग बाजार घूमते रहते हैं। जिससे आम लोगोंं को परेशानी होती है। व्यापारियों ने बताया कि ओवरब्रिज से लेकर झंडा चौक तक की स्थिति इतनी भयावह है कि यहां वाहन तो दूर पैदल निकलना भी मुश्किल है। उसके बाद भी प्रशासन, पुलिस व नगर निगम गहरी नींद में सोया हुआ है।
क्या कहते हैं व्यापारी व आम नागरिक
  • पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों में इच्छा शक्ति की कमी है इसलिए अतिक्रमण नहीं हट पा रहा है। व्यापारी आंदोलन करें या फिर न्यायालय की शरण लें, तभी अतिक्रमण हट सकता है, प्रशासन के बस की बात नहीं हैं।
    रविन्द्र मोहन माहेश्वरी, अध्यक्ष, व्यापारिक महासंघ
  • अतिक्रमण के चलते बाजार में निकलना मुश्किल हो गया है। नगर निगम व प्रशासन कई बार आए, निर्देश देकर चले गए लेकिन धरातल पर कार्रवाई नहीं हो सकी। जब तक सख्ती नहीं बरती जाएगी, शहर अतिक्रमण मुक्त नहीं हो सकता।
    संजय गुप्ता, व्यापारी
  • बाजारों में जितना सामान दुकान के अंदर है, उतना ही बाहर रखा रहता है। अतिक्रमण कैसे हटे, प्रशासन नाम की चीज है ही नहीं। अगर अतिक्रमण हटाना हैं तो अभियान चलाकर कार्रवाई करें, पैनल्टी करें।
    राकेश दुबे, एडवोकेट
  • बाजार में वाहनों को पूरी तरह नोएंंट्री किया जाए, अगर वाहन बाजार में मिलें तो उनका चालान किया जाए। हाथ ठेलों को हॉकर्स जोन में शिफ्ट किया जाए। दुकानदारों को अल्टीमेंटम देकर चालानी कार्रवाई की जाए।
    देवेन्द्र मुदगल, समाजसेवी
  • नगर निगम व प्रशासन ने पूर्व में कई बार हॉकर्स जोन के लिए स्थान चिन्हिंत किए लेकिन उनको डबलप नहीं कर सके। इसलिए बाजार में बेतरतीव ढंग से हाथ ठेले कहीं भी लग जाते हैं, जिससे अतिक्रमण हो रहा है।
    दीपक सिकवार, नागरिक
  • शहर को अतिक्रमण मुक्त करना हैं तो प्रशासन को सख्ती बरतनी होगी। जब तक कार्रवाई नहीं होगी, अतिक्रमणकारी हो या हाथ ठेले वाले नहीं सम्हलेंगे। इसलिए अभियान चलाकर नियमित कार्रवाई करनी होगी।
    पदम चंद जैन, एडवोकेट

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