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मोरेना

आठ बजे के बाद टोकन मिलना मुश्किल, ठिठुरते किसान बोले, बंद हो टोकन सिस्टम

– पहले टोकन और फिर खाद के लिए लगे रहे लाइन में लगे सैकड़ों किसान

– किसान बोले: पिछली साल दिसंबर में बंद कर दिया था टोकन वितरण, सीधे काउंटर से दिया जाता था खाद, इस बार सर्दी में क्यों किया जा रहा है परेशान

मोरेनाJan 07, 2025 / 03:57 pm

Ashok Sharma

मुरैना. किसान ठंड में ठिठुरते कई किमी का सफर करते हुए मंडी परिसर में पहुंच रहा है। उसके बाद भी तुरंत खाद नहीं मिलता। घंटों ठंड में इंतजार करना पड़ता है तब कहीं भारी मशक्कत के खाद मिल रहा है। वह भी आवश्यकता के हिसाब से कम मिलता है तो किसान को दोबारा फिर आना पड़ता है।
यहां बता दें कि प्रशासन ने जिला मुख्यालय पर कृषि उपज मंडी परिसर में डीएमओ गोदाम पर टोकन वितरण की व्यवस्था की गई है। दूर दराज के गांवों से किसान पहले सुबह पांच बजे से ही लाइन में लग जाता है। अगर पहले नहीं पहुंचता तो लाइन में पीछे खड़ा होना पड़ेगा और फिर निश्चित नहीं हैं कि टोकन मिल ही जाए, क्योंकि कई बार हंगामा होने पर बीच में टोकन वितरण बंद कर दिया जाता है। वहीं अगर आठ बजे के बाद किसान आया तो टोकन नहीं मिलेगा और उसको दूसरे दिन फिर से आना पड़ेगा। पिछली साल ठंड के चलते दिसंबर माह में टोकन वितरण बंद कर दिया था, सीधे काउंटर से खाद दिया गया, उसमें काउंटर साढ़े दस बजे के बाद खुलता है, तब तक कुछ ठंड भी कम हो जाती है लेकिन इस बार प्रशासन की मानें तो किसान ही कम नहीं हो रहे, अभी भी रोजाना कम से कम 400 किसान आ रहे हैं, इसलिए टोकन वितरण करना पड़ता है। सोमवार की सुबह 6 बजे पत्रिका प्रतिनिधि ने डीएमओ गोदाम पर देखा तो किसान लंबी लाइन में लगे हुए थे और टोकन मिलने का इंतजार कर रहे थे। 8:10 बजे तहसीलदार की उपस्थिति में टोकन बांटे गए। उसके बाद जो किसान आए, वह लौट गए। टोकन प्राप्त करने वाले कुछ किसान एम पी एग्रो, कुछ सहकारी सोसायटी, कुछ प्राइवेट दुकानों पर चले गए लेकिन करीब 100 किसान डीएमओ गोदाम के काउंटर के बाहर दीवार के सहारे बैठकर सर्द हवाओं से बचाव करते हुए काउंटर खुलने का इंतजार करते रहे।
  • गर्मी हो सर्दी, किसान के लिए कोई सुविधा नहीं
    ठंड में ठिठुरते किसानों ने कहा कि किसान कोई भी शुभ चिंतक नहीं हैं, अधिकारी तो आते हैं चले जाते हैं लेकिन जिन जनप्रतिनिधियों का फर्ज है किसान की चिंता करना, वह भी तो नहीं आते। किसी भी दल नेता हो, उन्होंने यह पता नहीं किया कि आखिर किसानों को सुबह ठंड में क्यों परेशान होना पड़ रहा है। इसका विकल्प क्या हो सकता है।
  • ये बोले किसान
  • खाद के लिए सुबह छह बजे ठंड में घर से निकले तब कहीं सवा आठ बजे टोकन मिल सका है। अब हमको काउंटर खुलने के लिए दो ढाई घंटे इंतजार करना पड़ेगा। पिछली साल दिसंबर माह में टोकन सिस्टम खत्म कर दिया था।
    श्रीकांत राठौर, सहराना
  • 25 किमी दूर मोटरसाइकिल से बच्चों को साथ लेकर आया कि एक बार में तीन टोकन मिल जाएंगे तो अगली बार ठंड में परेशान नहीं होना पड़ेगा लेकिन यहां पता चला कि टोकन तो बंट चुके हैं। अब फिर ठंड में आना पड़ेगा।
    पप्पू सिकरवार, गुढ़ाचंबल
  • अंबाह विधायक पहुंचे किसानों के बीच, कृषि मंडी से की बात
    अंबाह विधायक देवेंद्र रामनरायण सखवार गोदाम पर यूरिया खाद के लिए सुबह से कतार में खड़े किसानों के बीच पहुंचे। विधायक सखवार ने किसानों की समस्या को सुना तथा तुरन्त वरिष्ठ अधिकारियों और कृषि मंत्री से फोन पर चर्चा की। विधायक सखवार ने कहा कि अंबाह विधानसभा क्षेत्र में प्रति वर्ष खाद की कालाबाजारी की जाती हैं। गोदाम में खाद रखी होने के बाद भी किसानों को खाद नहीं बांटी जा रही हैं, ताकि मजबूरी में किसानों को ज्यादा पैसा खर्च कर व्यापारियों से खाद खरीदनी पड़े। उन्होंने आरोप लगाया कि इस गड़बड़ी में प्राइवेट खाद डीलरों के साथ संबंधित विभाग के अधिकारी भी शामिल है। उन्होंने कहा कि यदि किसानों की समस्या का निराकरण नहीं किया जाता है किसानो के हित में लड़ाई लड़ी जाएगी।
कथन
  • यह बात सही है कि यूरिया खाद के लिए किसान को ठंड में सुबह परेशान होना पड़ रहा है। प्रयास यह रहेगा कि कल से खाद वितरण काउंटर को सुबह नौ बजे से खुलवा दिया जाएगा जिससे किसानों को ठंड में काउंटर खुलने का इंतजार न करना पड़े।
    सीताराम वर्मा, तहसीलदार, मुरैना

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