दरअसल, जिले में बाल दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कांग्रेस विधायक भी बच्चों के बीच भाषण देने गए थे। बच्चों को नशे पर सचेत करते हुए दिल्ली के पूर्व नरेश पृथ्वीराज चौहान को शराबी बता दिया। हाथ से इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि नशे के कारण ही उनके किले चमगादड़ों के अड्डे बन गए हैं। आज उनका नाम लेने वाला कोई नहीं है।
कांग्रेस विधायक ने कहा कि बच्चों में संस्कार और शिक्षा पर पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए। इसके पहले उन्होंने कहा कि धरती पर डॉ भीमराव अंबेडकर से ज्यादा पढ़ा लिखा कोई व्यक्ति नहीं था। डॉ अंबेडकर और महात्मा फुले ने अभावों में ही अपना मुकाम बनाया। लोग महात्मा फुले को राष्ट्रपिता के तौर पर देखते हैं। अब युद्ध तलवारों से नहीं शिक्षा और हौसलों से जीते जाते हैं। इसलिए अच्छी शिक्षा और संस्कार दीजिए।
विधायक के बयान से बढ़ा बवाल
विधायक के इस दिव्य ज्ञान के बाद बवाल शुरू हो गया। पृथ्वीराज चौहान के बारे में ऐसी बातें सुन क्षत्रिय संगठन आगबबूला हो गए। उनलोगों ने इसे लेकर विरोध शुरू कर दिया। साथ ही विधायक के खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी दी। उसके बाद विधायक बैजनाथ कुशवाह के भी सुर बदल गए। विरोध को देखते हुए शाम को उन्होंने मीडिया को बुलाकर सफाई दी।
विधायक ने मांगी माफी
सबलगढ़ विधायक बैजनाथ कुशवाह ने कहा कि स्कूल में आयोजित नशामुक्ति कार्यक्रम में मैंने उदाहरण देते हुए कहा था कि जो राजा-महाराज हुए वे वैभवशाली थी, किंतु नशा के कारण सभी बर्बाद हो गए। इसमें मेरा किसी भी जाति विशेष के महापुरुष के प्रति अपमान का कोई इरादा नहीं था। फिर भी मेरे वक्तव्य से यदि किसी समाज के सम्मान को ठेस पहुंची है तो मैं माफी चाहता हूं।